आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने दी अधीनस्थों को चेतावनी, लापरवाह थाना प्रभारी अब नहीं बचेंगे, 24 घंटे में हो सकता है निलंबन…
खुद को मठाधीश ना समझे SHOs और SO’sअपराधों पर लगाए प्रभावी अंकुश ।
रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”
हल्द्वानी। कुमायूँ परिक्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का शिकंजा अब और सख्त होने जा रहा है। हल्द्वानी में आयोजित अपराध समीक्षा बैठक में आईजी कुमायूँ रिद्धिम अग्रवाल ने अधीनस्थ अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि अपराध नियंत्रण में किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी गंभीर आपराधिक घटना में थाना प्रभारी की लापरवाही पाई गई तो 24 घंटे के भीतर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में कुमायूँ रेंज के सभी एसएसपी, एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। आईजी अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक के मिशन अपराध-मुक्त उत्तराखंड को साकार करने के लिए पुलिस को पूरी ताकत झोंकनी होगी। अज्ञात शवों की शिनाख्त, लंबित वाहनों और एनडीपीएस मालों के निस्तारण, गुमशुदा महिलाओं और बालिकाओं के मामलों, छात्रसंघ चुनावों व नन्दा अष्टमी मेले की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कड़े निर्देश दिए।
उन्होंने आदेश दिया कि गुमशुदगी मामलों को टॉप प्रायोरिटी पर रखा जाए और सभी थानों में समर्पित अधिकारी नियुक्त किए जाएं। आईजी ने कहा कि आगामी छात्रसंघ चुनावों में किसी भी तरह की गुंडागर्दी या फायरिंग की घटना पर तुरंत और सख्त कार्रवाई होगी। नन्दा देवी मेले की सुरक्षा में भी किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने थानों में लंबित विवेचनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बहाने नहीं, नतीजे चाहिए। जनता के विश्वास को मजबूत करने के लिए उन्होंने चिटफंड और अन्य ठगी करने वालों की सूची तैयार करने और उन पर ठोस कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए शुरू किए गए मिशन संवाद को भी उन्होंने प्राथमिकता से लागू करने के आदेश दिए। आईजी अग्रवाल ने अंत में कहा कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई ही पुलिस की असली पहचान है और जनता के विश्वास को बनाए रखना पुलिस का सबसे बड़ा कर्तव्य है।