उगता सूरज” बना ग्रामीण विकास की नई उम्मीद का प्रतीक – उमा निगल्टिया हर गांव में उठ रही एक ही आवाज़ “इस बार उमा निगल्टिया!” महिलाओं की आवाज़ बनीं, युवाओं की उम्मीद बनीं, जनता का विश्वास बन रहीं उमा निगल्टिया “उगता सूरज” बना ग्रामीण विकास की नई उम्मीद का प्रतीक

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उगता सूरज” बना ग्रामीण विकास की नई उम्मीद का प्रतीक – उमा निगल्टिया

हर गांव में उठ रही एक ही आवाज़ “इस बार उमा निगल्टिया!”

महिलाओं की आवाज़ बनीं, युवाओं की उम्मीद बनीं, जनता का विश्वास बन रहीं उमा निगल्टिया

“उगता सूरज” बना ग्रामीण विकास की नई उम्मीद का प्रतीक

हल्द्वानी। जिला पंचायत क्षेत्र रामड़ी आनसिंह (पनियाली) की फिजाओं में सिर्फ एक नाम गूंज रहा है- उमा निगल्टिया। पंचायत चुनाव की रफ्तार तेज है, लेकिन इस क्षेत्र में प्रचार सिर्फ शोर नहीं है, बल्कि एक संवेदनशील संवाद बन चुका है, जो गांव-गांव तक फैल चुका है। इस बार उमा निगल्टिया को मिला “उगता सूरज” का चुनाव चिन्ह लोगों के दिलों को छू गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे नई शुरुआत और उजाले की उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है। जब उमा निगल्टिया प्रचार के दौरान लोगों से मिलती हैं और “उगते सूरज पर बटन दबाएं” कहती हैं, तो लोगों की आंखों मे विश्वास की चमक दिखने लगती है। मुद्दों की राजनीति नहीं, समाधान की योजना लेकर आई हैं उमा

उमा निगल्टिया की प्रचार शैली से अलग हटकर बात करें तो वह सिर्फ वादे नहीं करतीं, बल्कि उनके पास हर समस्या का स्पष्ट समाधान और योजना है। उन्होंने जिन प्रमुख बिंदुओं पर क्षेत्र की जनता का दिल जीता है, वे हैं:

हर गांव तक पक्की सड़क और जल निकासी की व्यवस्था

हर घर को स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता लावारिस पशुओं के लिए गौ-आश्रय स्थल की स्थापना महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ‘ग्राम महिला शक्ति समूह’ का गठन सौर ऊर्जा आधारित स्ट्रीट लाइट से गांव की रौशनी बढ़ाना युवाओं के लिए स्किल ट्रेनिंग और नशे पर रोकथाम अभियान

गांव को मां मानकर सेवा करूंगी” उमा निगल्टिया

एक सभा में उमा निगल्टिया ने कहा:

“मेरे लिए राजनीति सिर्फ कुर्सी की बात नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। मैं अपने क्षेत्र के हर गांव को मां का रूप मानती हूं और जब तक हर गांव में विकास की रोशनी नही पहुंचती, मैं चैन से नहीं बैठूंगी।” उनका यह बयान सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उन ग्रामीण महिलाओं और युवाओं की आंखों मे एक नई उम्मीद बनकर चमक रहा है।

गांव-गांव से आ रहा स्पष्ट संदेश -“अबकी बार ईमानदार”

जिन गांवों में पहले चुनावों के नाम पर सिर्फ दिखावा होता था, वहां इस बार घर की महिलाएं खुद आगे आकर उमा निगल्टिया के लिए प्रचार कर रही हैं। ईसाई नगर की कमला देवी कहती हैं:पहली बार कोई प्रत्याशी हमारी चौपाल मे आकर हमसे बैठकर हमारी समस्या सुन रही ह। उमा दीदी की आंखों में हमें अपना भविष्य दिखता है।” 28 जुलाई को होने वाले मतदान से पहले ही जनता का मन बन चुका है 28 जुलाई को क्षेत्र में मतदान होगा, लेकिन इससे पहले ही रामड़ी आनसिंह क्षेत्र की हवा एकतरफा समर्थन की ओर इशारा कर रही है।लोग न केवल उमा निगल्टिया को वोट देने का मन बना चुके हैं, बल्कि खुद उनके प्रचारक बन गए हैं।