@ अग्निशमन विभाग के पास वाहनों और संसाधनों की कमी … ★15 साल पुराने वाहनों को दौड़ा रहे फायरकर्मी… ★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर ” नैनीताल…

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@ अग्निशमन विभाग के पास वाहनों और संसाधनों की कमी …

★15 साल पुराने वाहनों को दौड़ा रहे फायरकर्मी…

★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर ” नैनीताल…

 

उत्तराखंड- देहरादून अग्निशमन विभाग में वाहनों और संसाधनों की कमी के बावजूद जंगलों में आग को बुझाने में लगे है। बता दें अभी होमटेंडर 28 और वाटर टैंक 70 उपलब्ध हैं, जबकि 45 वाहन 15 साल से ज्यादा पुराने हो गए है साथ ही पोर्टेबल पंप केयरिंग व्हीकल 22 है, लेकिन यह भी 15 साल की अवधि पूरी कर चुके है, वहीं फोम और पानी वाले फायर टैंकर की 98 गाड़ियां हैं इनमे से करीब 50 गाड़ियां ऐसी हैं, जो 18 साल से ऊपर यानी नियम के अनुसार अपनी अवधि पूरी कर चुकी है ।आपको बता दें की 15 साल पुराने वाहनों को दौड़ा रहे फायरकर्मी केंद्र सरकार के नियमानुसार 15 साल की मियाद पूरी कर चुके ऐसे वाहन सड़कों पर नहीं चल सकते, लेकिन विभाग में वाहनों की कमी के चलते फायरकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर इन्हीं वाहनों को दौड़ा रहे हैं वाहनों की स्थिति को देखते हुए आरटीओ ने भी आगे रजिस्ट्रेशन करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उत्तराखंड में 47 फायर स्टेशन है जिनमें 11 की स्थिति बेहद खराब है । इनके अलावा 9 यूनिट ऐसे हैं, जो किराए की बिल्डिंग में चल रहे हैं विभाग की ओर से शासन को 20 फायर स्टेशनों के नवनिर्माण के लिए वर्ल्ड बैंक से फंड की मांग की गई है, लेकिन अभी तक अग्निशमन को फंड नहीं मिल पाया है प्रदेश के 13 जिलों में 47 फायर स्टेशन हैं इनमे काम करने वाले कर्मचारी भी 50 फीसदी की कमी चल रही है।