ठीक चुनाव में कांग्रेस उमीदवार पर कार्रवाई पर उठे सवाल…सड़क जमीन से लेकर दुकान होटल सीज… सिर्फ कांग्रेस उमीदवार के क्या काम गलत या प्रशासन का कुछ और खेल… रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर” 

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ठीक चुनाव में कांग्रेस उमीदवार पर कार्रवाई पर उठे सवाल…सड़क जमीन से लेकर दुकान होटल सीज…

सिर्फ कांग्रेस उमीदवार के क्या काम गलत या प्रशासन का कुछ और खेल

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर” 

नैनीताल – नैनीताल जिला पंचायत सीट हाँट सीट बन रही हैं..यहां कांग्रेस और बीजेपी का सीधा मुकाबला है..कांग्रेस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख पुष्पा नेगी को अपना उमीदवार बनाया है तो वहीं बीजेपी ने दीपा देवी दर्मवाल को मैदान में उतारा है..नैनीताल सीट पर बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस उमीदवार की चर्चा इस लिये आम हो रही है कि लगातार प्रशासन के छापे पुष्पा नेगी और उनके पति लाखन सिंह नेगी पर पड़ रहे हैं..पुष्पा नेगी ने जब अपनी दावेदारी ही की थी तो प्रशासन की टीम नोटिस लेकर नथुवाखान पहुंच गई हांलाकि इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ ने प्रशासन की टीम को रोक दिया और इस कार्रवाई को संविधान के विरुद्ध बताया..लेकिन जब नैनीताल का प्रशासन यहां भी नहीं रुका तो लाखन सिंह नेगी की मदिरा दुकानों को सीज करने के लिये प्रशासन मैदान में उतरा और कुछ दुकानों को सीज कर दिया गया..इसके बाद जब पुष्पा नेगी नामांकन करने के लिये जिला पंचायत कार्यालय पहुंची तो प्रशासन ने नामांकन के लिये वकील तक को नामांकन कक्ष में आने नहीं दिया जब्कि बीजेपी के कई लोगों को खुली एंट्री दे दी गई..इसी बीच एक आपत्ति दर्मवाल की तरफ से नामांकन पर उठाई तो तीन से 4 घंटों तक पुष्पा नेगी को जिला पंचायत कार्यालय में बैठकर पुछताछ की गई..हांलाकि बाद में जब चुनाव अधिकारी विवेक राय से इस बारे में जानकारी मांगी तो विवेक राय ने कहा कि नामांकन स्वीकार कर लिया गया है और सब कुछ ठीक मिला है..

चुनाव से ठीक एक दिन पहले फिर प्रशासन की कार्रवाई जारी रही जिसके बाद भुजियाघाट में होटल को सीज करने की खबर है तो वहीं नथुवाखान के निर्माणाधीन स्कूल को भी प्रशासन की टीम द्वारा सीज करने की खबरें हैं..हांलाकि फोन बंद होने के चलते ना लाखन सिंह की ओर से कोई जवाब मिला तो प्रसाशन की पुष्टि भी खबर लिखने तक नहीं हो सकी है लेकिन होटल पर सीज के ताले लगे हैं।

 

★..हाईकोर्ट भी पहुंची दोनों दावेदारों की जंग….

जिला पंचायत सीट के लिये दोनों दावेदारों की लड़ाई हाईकोर्ट भी पहुंची..बीजेपी की उमीदवार दीपा दर्मवाल ने कांग्रेस की पुष्पा नेगी के खिलाफ याचिका दाखिल की तो वहीं पुष्पा नेगी ने बीजेपी पर दवाब डालकर चुनाव नहीं लड़ने देने के खिलाफ याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट ने बीजेपी उमीदवार दीपा दर्मवाल की याचिका को खारिज कर दिया है तो कांग्रेस उमीदवार पुष्पा नेगी की याचिका पर निर्देश जारी किये हैं कि स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव हों..दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष के लिये बीजेपी और कांग्रेस में जंग लड़ी जा रही है जिस पर बीजेपी उमीदवार दीपा दर्मवाल ने सरकारी जमीन पर कब्जा होने के मामले में पुष्पा नेगी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई जब कोर्ट ने सवाल पूछे तो कोर्ट को पता चला कि 11 अगस्त को कार्रवाई शुरु की गई है..जिस पर कोर्ट ने दीपा दर्मवाल की याचिका को खारिज कर दिया..वहीं कांग्रेस की पुष्पा नेगी ने याचिका दाखिल कर कहा कि उनको लगातार बीजेपी सरकार की ओर से परेशान किया जा रहा है लिहाजा चुनाव साफ सुथरा हो..जिस पर कोर्ट ने सरकार के वकील का स्टेटमेंट रिकाँर्ड़ कर लिया है। पुष्पा नेगी के अधिवक्ता डी के जोशी ने बताया कि पुष्पा नेगी ने याचिका दाखिल कर कहा था कि उनको परेशान किया जा रहा है सरकार निष्पक्ष चुनाव नहीं कराने दे रही है जिस पर कोर्ट ने कहा है कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराए जाएं..वहीं योगेश पाण्डे ने बताया कि दीपा दर्मवाल ने भी याचिका दाखिल की थी जिसमें कहा गया था कि पुष्पा नेगी ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है लिहाजा चुनाव में भाग लेने से रोका जाए। हांलाकि कोर्ट ने दीपा दर्मवाल की याचिका को खारिज कर दिया है..