नैनीताल में विंटर कार्निवाल… सीएम धामी ने लिया भाग, शीतकालीन पर्यटन को बताया आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव… रिपोर्ट- (सुनील भारती) “स्टार खबर” नैनीताल…

11
oplus_0

नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को पर्यटन नगरी नैनीताल में आयोजित भव्य विंटर कार्निवाल में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने शीतकालीन पर्यटन को आत्मनिर्भर उत्तराखंड की मजबूत नींव बताते हुए इसे जन आंदोलन का रूप देने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नैनीताल विंटर कार्निवाल “विकास भी–विरासत भी” की सोच को साकार करने के साथ राज्य की आस्था, संस्कृति, परंपरा और स्वाभिमान का उत्सव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शीतकालीन यात्रा के आह्वान के बाद प्रदेशभर में शीतकालीन पर्यटन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। ट्रेकिंग गाइड, होम-स्टे, होटल और पर्यटन से जुड़े अन्य कार्यों के माध्यम से युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं और पलायन में कमी आई है। शीतकालीन पर्यटन से लोक कलाकारों, हस्तशिल्प, पारंपरिक व्यंजनों और स्थानीय उत्पादों को नया बाजार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि नैनीताल में आयोजित विंटर कार्निवाल से क्षेत्र में पर्यटन विकास को और गति मिलेगी। उन्होंने कार्निवाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह आयोजन कई मायनों में विशेष है, क्योंकि इसी दिन नैनीताल के समग्र विकास के लिए 121 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 13 महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया गया। साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात वर्षों के लंबे अंतराल के बाद इतने भव्य रूप में शीतकालीन कार्निवाल का आयोजन होना अत्यंत हर्ष का विषय है। इस महोत्सव के माध्यम से पर्यटकों को राज्य की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य से रूबरू होने का अवसर मिल रहा है। कार्निवाल के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, बोट रेस, सांस्कृतिक झांकियां, लाइट एंड साउंड शो, बैंड प्रस्तुतियां, ट्रेकिंग, एस्ट्रो टूरिज्म और आर्टिफिशियल रॉक क्लाइंबिंग जैसी गतिविधियों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ तीर्थाटन, साहसिक, वेलनेस, फिल्म शूटिंग और वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। मानसखंड और केदारखंड के पौराणिक मंदिरों के विकास, ‘शीतकालीन यात्रा’, ‘स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन’, ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन फेस्टिवल’ जैसी पहलें पर्यटन को वर्षभर सक्रिय रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सख्त भू-कानून, दंगारोधी कानून, समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति लागू कर राज्य की पहचान सशक्त की है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप उत्तराखंड को पर्यटन क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं और रिवर्स पलायन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से स्वदेशी उत्पादों के अधिकाधिक उपयोग की अपील करते हुए कहा कि इससे स्थानीय कारीगरों, किसानों और उद्यमियों को बल मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सुदृढ़ होगा।
इस अवसर पर विधायक नैनीताल सरिता आर्या, विधायक कालाढूंगी बंशीधर भगत, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, आयुक्त कुमाऊं एवं सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, पर्यटक और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।