ऑनलाइन आमंत्रित व्याख्यान में बायोपॉलिमर और नैनोमटेरियल्स पर विशेषज्ञों ने साझा किए शोध अनुभव… रिपोर्ट- (सुनील भारती) “स्टार खबर” नैनीताल..

18

नैनीताल।
“बायोपॉलिमर और नैनोमटेरियल्स: एक सक्षम स्थायी भविष्य हेतु” विषय पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल तथा विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में एक ऑनलाइन आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान शुक्रवार को पिट्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के रिसर्च एंड सपोर्ट के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एवं प्रोफेसर प्रो. राम गुप्ता द्वारा दिया गया।

प्रो. राम गुप्ता ने अपने व्याख्यान में स्थायी भविष्य के निर्माण में बायोपॉलिमर की बढ़ती आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने एनर्जी स्टोरेज डिवाइस, हाइड्रोजन उत्पादन, सुपरकैपेसिटर सहित विभिन्न उभरती तकनीकों में बायोपॉलिमर और नैनोमटेरियल्स के उपयोगों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही, पारंपरिक मटेरियल्स की तुलना में बायोपॉलिमर के लाभ, इस क्षेत्र में हो रहे नवीन शोध और शोधकर्ताओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की।प्रो. गुप्ता ने अपने तथा अपने रिसर्च ग्रुप द्वारा किए गए शोध कार्यों के उदाहरणों के माध्यम से रिसर्च स्कॉलर्स को इस तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रेरित और मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने अमेरिका में हायर स्टडीज और रिसर्च के अवसरों के बारे में भी उपयोगी जानकारी साझा की।एक घंटे तक चले इस ऑनलाइन व्याख्यान का संचालन विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के डायरेक्टर प्रो. ललित तिवारी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल के डायरेक्टर प्रो. साहू ने आमंत्रित वक्ता का औपचारिक स्वागत किया तथा अंत में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इस कार्यक्रम में कुमाऊं विश्वविद्यालय के लगभग 80 रिसर्च स्कॉलर्स ने ऑनलाइन सहभागिता की। प्रमुख प्रतिभागियों में प्रो. नीलू लोधयाल, प्रो. वीना पांडे, डॉ. गिरीश चंद्र, डॉ. महेश चंद्र आर्य, डॉ. सुनील चन्याल, डॉ. नंदन मेहरा, ज्योति कांडपाल, वसुंधरा, डॉ. आशीष भटनागर, लता, जगमीत, गरिमा, लतिका तथा डॉ. गोकुल सत्याल शामिल रहे।