भजन सम्राट अनूप जलोटा सरीखी मधुर वाणी में अगर आप भजनोपदेश सुनना चाहते है या तकनीकी आधारित गूढ़ वेदोपदेश..तो चले आइए आर्य समाज नैनीताल…
सरोवर नगरी नैनीताल में आज आर्य समाज का 151वां वार्षिकोत्सव बड़े हर्षोल्लास से शुरू हो गया है।यह यज्ञ व ज्ञान महोत्सव 20,21,22 मई तक चलेगा।दिनांक 22 मई को पूर्णाहुति व भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। इस वार्षिकोत्सव के लिए वैदिक प्रवक्ता आचार्य अनुज शास्त्री देहरादून से यहाँ पधारे हैं।सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि आचार्य अनुज शास्त्री एक युवा वैदिक विद्वान हैं जो कि श्रोताओं को अपनी सरस्वती रूपेण वाणी से अपने व्याख्यान को तकनीकी का तड़का लगा कर सर्व कर रहे हैं।जिससे आमजन को ईश्वर की कार्यशैली व विशिष्टता को समझने में बहुत आसानी हो रही है।आज आचार्य अनुज शास्त्री ने सनातन संस्कृति पर बहुत भाव विभोर कर देने वाला वेदोपदेश दिया।साथ ही भक्तिमय संगीत की कमान बिजनौर से आये संगीताचार्य पंडित कुलदीप आर्य के जिम्मे रही।भक्ति रस से ओत प्रोत पंडित कुलदीप आर्य का गायन श्रोताओं को अनायास ही भक्ति संगीत के महानायक अनूप जलोटा की झलक दिखलाता रहा।
आप सभी सपरिवार पहुँच भजनोपदेश व वेदोपदेश ज्ञान गंगा का आनंद लीजिए -समस्त सदस्य व पदाधिकारी आर्य समाज नैनीताल…
आर्य समाज नैनीताल के सभी सदस्य व पदाधिकारियों ने आमजन से अधिक से अधिक संख्या में आर्य समाज मंदिर मल्लीताल पहुंचने का निवेदन किया है।जिससे वैदिक वक्ताओं के अभूतपूर्व ज्ञान की वर्षा सभी आगंतुकों को मिल सके।आर्य समाज के मंत्री केदार सिंह रावत ने बताया कि कल प्रातः 7.30 से यज्ञ आयोजन तत्पश्चात भजन व प्रवचन कार्यक्रम आयोजित होंगे।दोपहर में 3 से 4 बजे का समय तल्लीताल के ऐतिहासिक आर्य समाज जो कि वर्ष 1874 में स्थापित किया गया था।जिसके लिए नैनीताल के तल्लीताल में आर्य समाज की भूमि रामनगर के घनानंद छिमवाल की स्मृति में उनके पुत्र राय बहादुर नारायणदत्त छिमवाल ने दान में दी थी।नारायणदत्त छिमवाल के अनुसार आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी रामनगर में उनके यहाँ ठहरे थे।