★. सरकारी तनख्वाह नहीं हो रही है हजम तो भ्रष्ट पटवारी लेने लगा रिश्वत की रकम
★विजिलेंस की पकड़ में आया गरुड़ तहसील बागेश्वर में तैनात भ्रष्ट पटवारी प्रवीण सिंह टाकुली
(चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”
बागेश्वर,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया गया है। सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है और पिछले तीन सालों में 789 से अधिक भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस अभियान के तहत भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों और माफियाओं पर कार्रवाई की गई है और एक जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके लिए एक टोल फ्री नंबर 1064 भी शुरू किया गया है। तो वहीं आज शनिवार को गरुड़ तहसील, बागेश्वर में तैनात एक राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी) का काम यूं तो हर दिन रिश्वत लेना ही था लेकिन आज शनिवार को उसकी पोलपट्टी खुल गई। विजिलेंस की टीम ने गरुड़ तहसील, बागेश्वर में तैनात राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी) प्रवीण सिंह टाकुली को 5000 ₹ की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पटवारी पर भूमि संबंधी कार्य को निपटाने के लिए एक स्थानीय व्यक्ति से अवैध रूप से पैसे मांगने का आरोप है। जानकारी के अनुसार, राजस्व उपनिरीक्षक प्रवीण सिंह टाकुली गरुड़ तहसील के अंतर्गत अपनी सेवाएं दे रहा था। मनोज सिंह नामक व्यक्ति को अपना भूमि संबंधी कार्य निपटाना था, जिसके लिए टाकुली कथित तौर पर उनसे पैसों की मांग कर रहा था। बार-बार रिश्वत मांगे जाने से परेशान होकर, मनोज सिंह ने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से की।शनिवार को भ्रष्ट पटवारी प्रवीण सिंह टाकुली ने शिकायतकर्ता मनोज सिंह से रिश्वत की रकम ₹5,000 ली, जिस पर विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। आरोपी राजस्व उपनिरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।








