नैनीताल में मानव-वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक.. रिपोर्ट- (सुनील भारती) “स्टार खबर” नैनीताल..

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नैनीताल। जिलाधिकारी नैनीताल की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जनपद नैनीताल अंतर्गत सभी वन प्रभागों एवं अन्य रेखीय विभागों के साथ मानव-वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी नैनीताल वन प्रभाग, तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी, तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर, रामनगर वन प्रभाग, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर के उप प्रभागीय वनाधिकारी, जिला विकास अधिकारी नैनीताल, नगर निगम हल्द्वानी के प्रतिनिधि, लोक निर्माण विभाग, मुख्य शिक्षा अधिकारी, संयुक्त निदेशक पशुपालन, मुख्य कृषि अधिकारी, नगरपालिका परिषद नैनीताल/भीमताल/भवाली के प्रतिनिधि, जिला पूर्ति अधिकारी सहित अन्य रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रभागीय वनाधिकारी, नैनीताल वन प्रभाग द्वारा बीते पाँच वर्षों में जनपद में घटित मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं, उनके कारणों एवं न्यूनीकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। साथ ही प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) एवं प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) उत्तराखंड द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई।

तराई पूर्वी वन प्रभाग, हल्द्वानी द्वारा तराई क्षेत्रों में हाथी, मगरमच्छ, भालू, सांप आदि वन्यजीवों से होने वाले संघर्ष की घटनाओं और उनके नियंत्रण के उपायों पर प्रकाश डाला गया। सभी वन प्रभागों द्वारा मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रभावी नियंत्रण, रोकथाम एवं व्यापक जन-जागरूकता पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए गए।

बैठक में बताया गया कि वन विभाग द्वारा पुरानी सोलर फेंसिंग और सोलर लाइटों की मरम्मत, नई सोलर फेंसिंग एवं सोलर लाइटों की स्थापना तथा बायो फेंसिंग सहित अन्य निरोधक उपाय किए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी नैनीताल ने निर्देश दिए कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के लिए उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए। मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देशित किया गया कि संवेदनशील ग्रामीण क्षेत्रों में वन्यजीव प्रतिरोधक फसलें जैसे हल्दी, अदरक, मेंथा आदि को बढ़ावा दिया जाए तथा वन विभाग के सहयोग से स्थल विशेष (Site Specific) कृषि योजना तैयार की जाए।

मुख्य शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों में छात्रों को वन्यजीव से सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए। वहीं मुख्य विकास अधिकारी को मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन मार्गों एवं सड़कों की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित कराने को कहा गया।

नगरपालिकाओं नैनीताल, भवाली एवं भीमताल को ठोस अपशिष्ट का समुचित निस्तारण सुनिश्चित करने एवं रिजॉर्ट संचालकों को मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए, ताकि वन्यजीव आबादी क्षेत्रों की ओर आकर्षित न हों। साथ ही गर्मी के मौसम से पूर्व चाल-खाल एवं चेक डैम निर्माण कार्य पूर्ण कराने के भी निर्देश दिए गए।