★. चम्पावत को विकास की सौगात: सड़क, शिक्षा और डेयरी क्षेत्र के लिए तीन योजनाओं को वित्तीय मंजूरी ★. देवीधुरा मुख्य मार्ग से महाविद्यालय तक जाने वाली सड़क पर इंटरलॉकिंग टाइल्स ★. मुख्यमंत्री धामी की पहल: चम्पावत में ₹2.69 करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं को हरी झंडी (चन्दन सिंह बिष्ट) | स्टार खबर  देवीधुरा/ चम्पावत।

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★. चम्पावत को विकास की सौगात: सड़क, शिक्षा और डेयरी क्षेत्र के लिए तीन योजनाओं को वित्तीय मंजूरी

★. देवीधुरा मुख्य मार्ग से महाविद्यालय तक जाने वाली सड़क पर इंटरलॉकिंग टाइल्स

★. मुख्यमंत्री धामी की पहल: चम्पावत में ₹2.69 करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं को हरी झंडी

(चन्दन सिंह बिष्ट) | स्टार खबर

देवीधुरा/ चम्पावत।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में जनपद चम्पावत के सर्वांगीण विकास को नई गति मिली है। जनपद में आधारभूत संरचना, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण एवं डेयरी विकास से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण योजनाओं को वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। (देवीधुरा मुख्य मार्ग से महाविद्यालय तक जाने वाली लगभग 500 मीटर लंबी सड़क पर इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाए जाने का कार्य किया जाएगा)। इससे विद्यार्थियों एवं स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। इस कार्य के लिए कुल ₹56.30 लाख की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से ₹33.78 लाख की प्रथम किश्त जारी कर दी गई है। छात्राओं के लिए बेहतर, सुरक्षित एवं स्वास्थ्यवर्धक वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बनबसा के परिसर में पार्क का निर्माण किया जाएगा। यह पार्क छात्राओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देगा। इसके लिए ₹37.99 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है।

वहीं जनपद के पाँच चिन्हित स्थलों पर डेयरी विकास विभाग के अंतर्गत ग्रोथ सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इन ग्रोथ सेंटरों के माध्यम से दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय पशुपालकों, कृषकों एवं स्वयं सहायता समूहों की आय में वृद्धि होगी। इस योजना के लिए कुल ₹1.75 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। इन योजनाओं के माध्यम से चम्पावत में सड़क एवं आधारभूत ढांचे का सुदृढ़ीकरण, शैक्षिक संस्थानों का विकास, पर्यावरण संरक्षण तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल जनपद के समग्र एवं संतुलित विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।