विंटर कार्निवाल में प्रोटोकॉल और समन्वय पर सवाल, पालिकाध्यक्ष ने जताई नाराज़गी… रिपोर्ट- (ब्यूरो) “स्टार खबर” नैनीताल…

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विंटर कार्निवाल में प्रोटोकॉल और समन्वय पर सवाल, पालिकाध्यक्ष ने जताई नाराज़गी…

रिपोर्ट- (ब्यूरो) “स्टार खबर” नैनीताल…

नैनीताल। सरोवर नगरी में आयोजित विंटर कार्निवाल के दौरान नगर पालिका और आयोजन समिति के बीच समन्वय को लेकर विवाद सामने आया। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल ने कार्यक्रम व्यवस्था, आमंत्रण प्रक्रिया और प्रोटोकॉल के पालन को लेकर आपत्ति दर्ज कराई। उनका कहना है कि आयोजन में नगर के निर्वाचित प्रतिनिधियों की भूमिका और सम्मान को अपेक्षित महत्व नहीं मिला।

पालिकाध्यक्ष ने कहा कि विंटर कार्निवाल कोई नया आयोजन नहीं है। पूर्व में शरदोत्सव जैसे कार्यक्रमों में पहली पंक्ति सीमित वीआईपी के लिए रहती थी, जबकि शेष स्थान आम नागरिकों के लिए खुले होते थे। इस बार कार्यक्रम में आम जनता के प्रवेश को लेकर असमंजस की स्थिति रही, जिससे लोगों में नाराज़गी देखी गई।

उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्वागत के लिए वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं, लेकिन स्वागत सूची में नगर पालिका अध्यक्ष का नाम शामिल न होने से उन्हें असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। उनके साथ आए लोगों को भी प्रवेश न मिल पाने की बात सामने आई। पालिकाध्यक्ष के अनुसार नगर पालिका के सभासदों और अधिशासी अधिकारी को भी औपचारिक रूप से आमंत्रित नहीं किया गया, जो स्थानीय स्वशासन की उपेक्षा का संकेत है।

कार्यक्रम के दौरान डॉ. सरस्वती खेतवाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन संस्कृति, पर्यटन और नगर के सामूहिक विकास के लिए होते हैं, न कि राजनीतिक भेदभाव के लिए। उन्होंने बीते कुछ दिनों से लगातार उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नाराज़गी जाहिर की और कुछ समय के लिए कार्यक्रम छोड़ दिया। बाद में समझाइश के बाद वे आयोजन स्थल पर लौटीं, लेकिन मंच पर नहीं गईं।

विंटर कार्निवाल को लेकर उठे इन सवालों के बाद शहर में आयोजन की व्यवस्थाओं, प्रोटोकॉल और जनप्रतिनिधियों की भूमिका को लेकर चर्चा तेज हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे बड़े आयोजनों में प्रशासन, आयोजन समिति और नगर पालिका के बीच बेहतर तालमेल आवश्यक है, ताकि उत्सव का उद्देश्य और गरिमा बनी रहे।