उत्तराखंड में वन माफ़िया हो रहे धाकड़..पेड़ काटकर वनकर्मियों के नाम लिख कर व फायरिंग कर फैला रहे दहशत…
उत्तराखंड में वन माफियाओं की दबंगई लगातार बढ़ती जा रही है।धाकड़ वन माफिया व तस्करों ने इस बार गदरपुर के पीपल पड़ाव रेंज में 14 हरे-भरे सागौन के पेड़ों को कुल्हाड़ियों से काटकर गिरा दिया और कटे हुए ठूंठ पर चुनौती भरा संदेश लिख गए.. “अभी तो ये ट्रेलर” है।दरअसल यह वारदात वन विभाग के विभागीय कार्यालय से महज 1.5 किलोमीटर दूरी पर हुई जो कि माफियाओं के बढ़ते हौसले को जाहिर करती है।पीपल पड़ाव रेंज में अवैध तस्करी कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2025 मई माह में वन तस्करों ने कई मामलों को अंजाम दिया है जो कि पूरी तरह से अनैतिक व असंवैधानिक है..विगत 16 मई 2025 को हरिपुरा जलाशय से शीशम व सागौन के गिल्टे बरामद हुए फिर 24 मई 2025 को हरिपुरा के पास खैर के 70 गिल्टे पकड़े गए।उसके बाद 29 मई 2025 को नाव से लाई जा रही खैर की लकड़ी के 15 गिल्टे जब्त किये गए थे।इसके अतिरिक्त भी इस वर्ष अनेकों घटनाएं हुई हैं।आपको बता दें कि ऊधम सिंह नगर में एक कॉलोनी के लिए 150 पेड़ों को काटने की अनुमति विभाग द्वारा दी गई थी लेकिन 600 से ज्यादा पेड़ पहले ही काटे जा चुके थे जिस पर एन.जी.टी ने भी जवाब मांगा व समय समय पर उच्च न्यायालय ने भी वन अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा किया है।इस सब के बाद भी वन माफ़िया सरकार पर ज्यादा धाकड़ साबित हो रहे हैं।
प्रदेश में सरकार से ज्यादा धाकड़ हो रहे खनन ,लकड़ी व नकल तस्कर..पेड़ों की ठूंठ पर दबंग तस्कर लिख रहे संदेश…
वन विभाग के आर.ओ पूरन चंद्र जोशी के बताया कि बुधवार रात जैसे ही जंगल में पेड़ों के गिरने की आवाज सुनाई दी। वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। लेकिन विभागीय कर्मियों को देखते ही आरोपी हवाई फायरिंग करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।और बीट वॉचर अनिल को सीधी धमकी देते हुए एक कटे पेड़ की ठूंठ पर माफियाओं ने लिखा “अनिल भाई, अगली बार पचास।” यह संदेश न केवल तस्करों की संगठित गतिविधियों को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे अब खुलेआम वन विभाग के कर्मचारियों को धमकाने से भी नहीं घबरा रहे।उन्हें शासन, प्रशासन का कोई ख़ौफ़ नही है।फिलहाल तीन नामजद और 15 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ गदरपुर थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है।