दीपावली पर सूर्य ग्रहण व देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण..कितना शुभ या अशुभ जाने..वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ. महेश चंद्र त्रिपाठी से…

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सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले लगेगा..दीपावली पर सूर्य ग्रहण व देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण..कितना शुभ याअशुभ जाने…

08 नवंबर, मंगलवार को देश-दुनिया में साल 2022 का आखिरी ग्रहण देखने को मिलेगा। यह ग्रहण पूर्ण चंद्रग्रहण होगा।कल कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाला यह साल 2022 का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा। 15 दिनों के अंतराल पर यह दूसरा ग्रहण होगा इसके पहले बीते 25 अक्तूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगा था। 08 नवंबर को चंद्र ग्रहण की शुरूआत भारत में शाम 04 बजकर 23 मिनट से होगी और इसका समापन 06 बजकर 18 मिनट पर होगा।इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले लग जाएगा।

भारत में चंद्र ग्रहण दिखने के कारण इसका सूतककाल भी मान्य होगा। देश में सबसे पहले अरूणाचल प्रदेश में पूर्ण चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा। देश की पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जबकि बाकी जगहों पर आंशिक चंद्र ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। 08 नवंबर को शाम के समय जैसे ही चंद्रोदय होगा उसी समय चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म हो जाएगा।

मुख्यतः ग्रहण काल के दौरान झूठ बोलना, छल-कपट, अनर्गल वार्तालाप से भी पूरी तरह रखें परहेज- वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ.महेश चंद्र त्रिपाठी

कुमाऊँ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ. महेश चंद्र त्रिपाठी ने इस आँशिक चंद्र ग्रहण पर लग रहे सूतक काल में भगवान की मूर्तियों को स्पर्श न किये जाने की सलाह दी।उन्होंने कहा कि इस काल मे पूजा-पाठ के साथ-साथ दान और जाप भी करना चाहिए। साथ ही ग्रहण के दिन पवित्र नदियों या सरोवरों में स्नान करना भी श्रेष्कर माना जाता है। खाना-पीना, सोना, नाखून काटना, भोजन बनाने के कार्य इस काल में सर्वदा अनुचित माने जाते हैं।इसके अलावा सूतक शुरू होने से पहले ही घर में रखे हुए आचार, मुरब्बा, दूध, दही और अन्य खाद्य पदार्थों में कुशा तृण या तुलसी के पत्ते डाल दें। इससे ये ग्रहण के प्रभाव से मुक्त रहेंगे। मुख्यतः ग्रहण के दौरान झूठ बोलना, छल-कपट, अनर्गल वार्तालाप से भी पूरी तरह परहेज रखना चाहिए।