प्रदर्शन….सड़क की खस्ताहाल को लेकर ओखलकांडा के ग्रामीणों का प्रदर्शन….लोक निर्माण विभाग के खिलाफ आक्रोश के ग्रामीण दिया अल्टीमेटम

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खराब सड़कों को लेकर ओखलकांडा के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन।

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर” हल्द्वानी नैनीताल

हल्द्वानी
हल्द्वानी में भारी बारिश के बावजूद सिमलिया बैंड और हैड़ाखान क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी ऑफिस के बाहर धरना देकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। बारिश में भीगते हुए धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि 200 गांवों को जिला मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाली सड़क पिछले एक साल से खराब है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है लोगों को रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं के भी लाले पड़े हैं बार-बार रास्ता बंद हो जाने पर भी प्रशासन अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था तैयार नहीं कर पाया है।

दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरु ने कहा कि लगातार ग्रामीणों द्वारा पिछले 1 साल से प्रदर्शन किए जाने के बावजूद सरकार और प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली, प्रदर्शनकारियों का आरोप है की स्थानीय विधायक और सांसद ने भी आज तक काठगोदाम हैड़ाखान मार्ग को ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए अब ग्रामीणों के सामने भारी बरसात में भी प्रदर्शन करने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरु और समाजिक कार्यकर्ता दीपक सिंह मेवाड़ी समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन पीडब्ल्यूडी और क्षेत्र के विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि हैड़ाखान मोटर मार्ग जो कि मुख्यमंत्री की चंपावत विधानसभा समेत भीमताल विधानसभा के 200 गांव को जोड़ता है। इस दौरान ग्रामीणों की मुख्य अभियंता से तीखी नोकझोंक भी हुई, ग्रामीणों ने कहा की अगर जल्द रास्ता नहीं खोला गया तो ग्रामीण उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे, वही पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता महिपाल सिंह रावत का कहना है कि सड़क पर मलबा आ रहा है जिसे तत्काल हटवा दिया जा रहा है । हैड़ाखान मोटर मार्ग में आ रहे मलवे को हटाने के लिए जेसीबी और पोकलैंड मशीन लगाई जा रही है। मलवा गिरने की आधे घंटे में रास्ते को साफ किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। यातायात सुचारू रूप से चले लेकिन लैंडस्लाइड होने के चलते बार-बार रास्ता बंद हो रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क क्षतिग्रस्त होने के समय से ही प्रांतीय खंड नैनीताल काम कर रहा है। फॉरेस्ट की अनुमति ना मिलने के चलते दूसरी तरफ से सड़क निर्माण नहीं हो सका हैं। जल्द ही स्थाई समाधान निकाल दिया जाएगा।