कुमाऊं कमिश्नर के दरबार पहुंचा ओखलकांडा का मामला…ना शिक्षक ना सिचाई फसलें बर्बाद क्या करें अब ग्रामीण….अब कमिश्नर दीपक रावत पर टिकी ग्रामीणों की आस

966

रिपोर्ट -(चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”
भीमताल/ओखलकांडा – सिंचाई नहर के क्षतिग्रस्त होने के कारण सुनकोट ,कचलाकोट क्षेत्र में किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है. पानी नहीं मिलने के कारण फसलें बर्बाद हो रही हैं. और विश्व प्रसिद्ध देव गुरु महाराज के पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने के सम्बन्ध में और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुनकोट में एक शिक्षक होने से शिक्षा व्यवस्था चौपट होने के संबंध में सुनकोट के प्रधान दिनेश बोरा ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से मुलाकात की और उन्हें अपने क्षेत्र की परेशानी बताई.

आपको बता दें कि
ओखलकांडा के सुनकोट के क्षेत्र में अदरक आलू धान गेहूं अरबी अधिकतर फसलें होती हैं सिंचाई नहरों जगह जगह क्षतिग्रस्त होने से स्थानीय किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सिंचाई नहर को ठीक करने के संबंध में किसान कई बार संबंधित विभागों के अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. वहीं पत्र में प्रधान ने अपने क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुनकोट में 30 से 35 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं । लंबे समय से एक शिक्षक होने की वजह से शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है
प्रधान दिनेश बोरा ने अपने पत्र में यह भी जिक्र किया है कि सुनकोट (काफली -सिरखोला)देवगुरु धाम तक पैदल मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है

आखिर में परेशान होकर सुनकोट के प्रधान दिनेश बोरा अपनी समस्याओं को लेकर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के पास पहुंचे और उनके सामने अपनी समस्या रखी ।
और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने प्रधान दिनेश बोरा को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है.