सरोवर नगरी में नशे व सट्टे के कारोबार के समकक्ष बढ़ रहा ये कारोबार..बच्चे घरों से धन चोरी कर बना रहे रिडीम कोड..हो रहे ऑनलाइन गेमिंग का शिकार…

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नैनीताल के बड़े धनाढ्य परिवारों के बच्चे रिडीम कोड बनाकर गेमिंग जोन में कर रहे धन खर्च..अपने घरों से कर रहे चोरी…

सरोवर नगरी में एक नए तरह का कारोबार सट्टे व नशे के कारोबार के समकक्ष ही फलफूल रहा है।और यह टेक्नोलॉजी कारोबार रिडीम कोड बनाकर किया जा रहा है।आज नैनीताल कोतवाली में तल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष मारुति शाह व मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में यह प्रसंग गर्माता रहा।दरअसल एक लगभग 12 वर्ष का बच्चा अपने घर से लाखों रुपयों की चोरी करता रहा।और उसने मल्लीताल स्थित एक मोबाइल शॉप से रिडीम कोड बनवा लिया और गेमिंग जोन में लगातार उक्त धन खर्च करता रहा।एक दिन में कई बार रिडीम कोड रिचार्ज कई प्रतिष्ठानों से करवाया गये। तल्लीताल निवासी उक्त बालक ने तल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष की उपस्थिति में उक्त दुकानदार की शिनाख्त की।लेकिन देखने वाली बात यह रही कि जिस प्रभावशाली व्यक्ति के बच्चे के साथ यह मामला हुआ था वो पिक्चर से पूरी तरह से गायब रहा।और नैतिकता के आधार पर तल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष मारुति शाह ही मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते रहे।और सामाजिक तानेबाने पर इसका गहरा असर बताते रहे।उक्त मामले की कोई तहरीर कोतवाली में पीड़ित व्यक्ति द्वारा नही दी गई।जबकि एक मोबाइल शॉप के मालिक को भी कोतवाली बुलवा लिया गया।और भविष्य में नाबालिग बच्चों को ज्यादा रकम के रिचार्ज न किये जाने की हिदायत भी उन्हें समाज हित में दी गई।यहाँ यह भी ज्ञात रहे कि क्रिकेट के बहुप्रचारित “ड्रीम-11” को भी विज्ञापन के जरिये आमजन तक पहुंचा दिया गया है।इसमें भी बहुत लोग अपनी टीम बनाकर खेलते है जिससे आमजन की बहुत धनहानि होती है लेकिन ऐसे ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध की कभी माँग नही उठाई जाती..?

माता-पिता की गलती का दंड किसी और को दिया जाना ठीक नही..आखिर घर में खुले में क्यों रखी जाती रही लाखों की नगदी…

नैनीताल कोतवाल हरपाल सिंह ने इस तरह संचालित की जा रही गैर सामाजिक मुहिम की कड़ी भर्त्सना की।तल्लीताल के एक बड़े परिवार से जुड़े उक्त मामले में बिना प्रथम सूचना व तहरीर के ही यह मामला गर्माया रहा जिससे आज पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।सूत्रों की माने तो मल्लीताल के उक्त व्यापारी पर दंडात्मक कार्यवाही भी की गई।लेकिन कोतवाल नैनीताल ने भी उक्त धनाढ्य पीड़ित परिवार से जानकारी जुटाने की जेहमत नही की…