ऐसी बेरुखी क्यों भाई… चुनाव हारने के बाद नैनीताल से गायब हुए पूर्व विधायक संजीव आर्या.. अब तो कार्यकर्ता भी कहने लगे क्या जनता ने चुनाव हराकर किया ठीक.. चुनाव हारने के बाद शहर में नहीं दिखाया पूर्व विधायक ने मुह..

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नैनीताल – राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी प्रचंड़ बहुमत से सरकार बना ली लेकिन जो चुनाव हारे वो जनता से भी दूर हो गये..आज हम कहानी नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्या की बता रहे हैं जो पिछला चुनाव बीजेपी के बैनर से लड़े और बड़ी जीत के साथ विधानसभा पहुंचे लेकिन 2022 के विधान सभा चुनावों में संजीव आर्या को करारी हार मिली जिसके बाद संजीव आर्या ने नैनीताल से दूरी बना ही..चुनाव के बाद गायब हो गये संजीव आर्या के बारे में नैनीताल में चर्चाओं का बाजार गर्म है और आम लोगों के साथ कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी दबी जुबान ये भी कहने लगे हैं कि क्या जनता का निर्णय सही था।

चुनाव हारने के बाद नैनीताल से गायब हो गये पूर्व विधायक मिले वोट के लिये भी नहीं किया धन्यवाद अदा…

दरअसल 2017 में हरीश रावत सरकार से परेशान होकर यशपाल आर्या ने बेटे संजीव आर्या के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया और विधानसभा चुनाव में करिब 7 हजार वोटों से जीत दर्ज कर ली,,लेकिन चुनाव से ठीक पहले संजीव आर्या और यशपाल आर्या ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया..2022 के आम चुनावों में बाजपूर से यशपाल आर्या ने चुनाव तो जीता लेकिन नैनीताल सीट पर संजीव आर्या करीब 7 हजार से ज्यादा वोटों से हार गये। विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद संजीव आर्या ने नैनीताल से दूरी बना ली…नैनीताल में दूर होने के बाद नैनीताल में कांग्रेस का कुनबा खत्म होने लगा है तो वहीं आम आदमी भी इस बात को लेकर सवाल उठा रहा है कि क्यों हार के बाद पूर्व विधायक संजीव आर्या शहर से गायब हो गये..वहीं कई कार्यकर्ता तो कहते हैं कि हार तत्काल बाद चुनावों में मिले वोट के लिये धन्यवाद अदा करने के लिय जनता के बीच रहना चाहिये था लेकिन पूर्व विधायक ने जहमत नहीं समझी की वो मिले वोट के लिये भी जनता से धन्यवाद अदा नही करने अब तक पहुंचे..साथ ही कार्यकर्ता भी कहने लगे हैं कि नैनीताल सीट पर जनता ने सही निर्णय तो नहीं किया कि उन्हौने ऐसे नेता का चुनाव नहीं किया जो जनता का नहीं हो।

बीजेपी विधायक से भी नहीं जनता खुश..

दरअसल विधासभा चुनावों में जनता ने बीजेपी को जमकर वोट दिया तो 5 सालों तक मोदी योगी के गुणगान वाले संजीव आर्या को को हरा दिया वहीं,,प्रधानमंत्री मोदी से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पानी पी पी कर कोसने वाली सरिता आर्या जमकर वोट देखर विधायक बनाकर विधानसभा भेज दिया गया..हांलाकि अब गांव में बन रहे हालातों के बाद विधायक सरिता आर्या से भी लोग नाराज हैं। बेतालघाट में स्कूल का समायोजन के साथ ग्रामीण इलाकों में पानी की किल्लत और सड़क निर्माण नहीं होने से जनता त्रस्त है तो मंगोली खमारी के साथ अन्य गांवों में पानी नहीं मिलने से लोग परेशान हैं। वहीं लोग कहते हैं कि जब सरिता आर्या के गाव में ही पानी नहीं है तो कैसे अन्य गांवों में पानी पहुंचेगा,, वहीं नैनीताल में पार्किंग समेत अन्य व्यवस्थाएं नहीं होने से भो लोग नाराज वहीं लोग कहते है कि कोई भी काम शहर में शुरू नहीं हो सकते पुराने काम ही आगे बढ़ रहे हैं नई विधायक कब नया काम लेकर आएगी कहा नहीं जा सकता,,