सरोवर नगरी में माँ नयना देवी व्यापार मंडल ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए आई.ए.एस राहुल आनंद का जताया आभार व रजिस्टर्ड व्यापारियों पर सख्ती पर ज़ाहिर की नाखुशी…

247

माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल के शिष्ट मंडल ने तुरंत कार्यवाही के लिए जताया अधिशासी अधिकारी नगरपालिका नैनीताल राहुल आनंद का आभार…

सरोवर नगरी में आज माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल के शिष्टमंडल ने अध्यक्ष पुनीत टंडन के नेतृत्व में अधिशासी अधिकारी नगरपालिका नैनीताल राहुल आनंद (आई.ए.एस) से मुलाकात की।तथा पालिका कार्यावधि समाप्त होने के बाद उनके द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की व उन्हें विशेष कार्यों के लिए पत्र द्वारा धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
आपको बता दें कि विगत माह मल्लीताल गोलघर चौराहे पर लगाए गए निजी मोबाइल टावर को स्थानीय निवासियों,व्यापारियों के आग्रह पर हटाने का निवेदन किया गया था जिसे हटाने का निर्णय ई.ओ नगरपालिका नैनीताल द्वारा लिया गया।साथ ही शहर की सफ़ाई व्यवस्था के नियमित न होने की स्थिति में आमजन को गंदगी व अव्यवस्थाओं की तुरंत जानकारी देने के लिए टॉल फ्री नंबर जारी करना,कर्मचारियों के वेतन के लिए करों को एकत्रित करने जैसे महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए।जिसका माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने दिल से स्वागत किया।शिष्टमंडल में अध्यक्ष पुनीत टंडन उपाध्यक्ष तरुण कांडपाल सचिव शिव शंकर मजूमदार, सुमित खन्ना विकास जायसवाल आदि व्यापारी शामिल रहे।

प्रशासन द्वारा रजिस्टर्ड व्यापारियों का सामान बाहर सड़कों पर मिलने पर उन्हें दंडित किया जाता है किंतु अवैध फड़ कारोबारियों पर नही होती कोई कार्यवाही…

कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत व समस्त प्रशासनिक अमले द्वारा कल बड़ा बाजार,खड़ी बाजार,पिछाड़ी बाज़ार में तथा मोहन को चौराहे तक व्यापारियों द्वारा फैलाई गई अव्यवस्थाओं के लिए उन्हें दंडित भी किया गया।तथा गाड़ी पड़ाव में एक रेस्टॉरेंट”दिल्ली दरबार” के भीतर मिली गंदगी के लिए उन्हें पैनेलाइज़ भी किया गया।इस पर माँ नयना देवी नैनीताल व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने अधिशासी अधिकारी नगरपालिका नैनीताल राहुल आनंद से कहा कि बड़ा बाजार,माल रोड,पंतपार्क सहित सभी स्थानों पर अवैध फड़ व्यवसायियों का कब्जा है।जब प्रशासन रजिस्टर्ड व्यापारियों पर सामान बाहर सड़कों पर मिलने पर दंडित करता है तो इन अवैध अतिक्रमणकारियों,फड़ व्यवसायियों पर कोई कार्यवाही क्यों नही की जाती।उन्हें भी समान रूप से दंडित किया जाना चाहिए।