सरोवर नगरी में वाहनों को प्रवेश न दिए जाने के जिला प्रशासन व पुलिस के फैसले से व्यापारी हुए नाराज़..कहा उत्पीड़न बर्दाश्त नही करेंगे..जरूरत हुई तो बाजार भी करेंगे बंद..काले फीते बांध कर किया विरोध…

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माँ नयना देवी व्यापार मंडल नैनीताल ने जिला व पुलिस प्रशासन के ख़िलाफ़ जमकर की नारेबाजी..सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के नाम पर वाहनों को प्रवेश नही दिया जा रहा..जरूरत पड़ी तो किये जायेंगे बाजार बंद…- पुनीत टंडन अध्यक्ष माँ नयना देवी व्यापार मंडल नैनीताल…

नैनीताल पुलिस प्रशासन द्वारा 31 दिसंबर को सरोवर नगरी आने वाले पर्यटकों को रोकने के पूरे इंतजाम बखूबी कर दिए गए हैं।माँ नयना देवी व्यापार मंडल मल्लीताल के अध्यक्ष पुनीत टंडन ने आज पंत पार्क में ढेरों व्यापारियों की उपस्थिति में कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सयुंक्त प्रयासों के चलते आज नैनीताल में आने वाले वाहनों को पूरी तरह से रोक दिया है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 70 प्रतिशत वाहनों को सीधे प्रवेश दिया जाएगा।किंतु प्रवेश करने वाले सभी वाहनों को रोक दिया जा रहा है।जिससे सरोवर नगरी में सभी जगह सन्नाटा पसरा पड़ा है।बड़ा बाजार के सभी व्यापारीयों ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही का कड़ा विरोध किया है।जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के ख़िलाफ़ सभी व्यापारियों ने जमकर नारे बाज़ी भी की।

जिला व पुलिस की कार्यप्रणाली से व्यापारी हुए नाराज़..बताया उत्पीड़न बर्दाश्त नही करेंगे…

माँ नयना देवी व्यापार मंडल मल्लीताल के अध्यक्ष पुनीत टंडन ने कहा कि भविष्य में जल्दबाज़ी में प्रशासन द्वारा अंतिम क्षणों में मीटिंग्स आयोजित किये जाने का भी सभी व्यापारी संगठन पूरी तरह से बहिष्कार करेंगे।क्योंकि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन व्यापारियों के मुहं से निवाला छीनने का कार्य कर रहा है।उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर बाजारों को बंद करने का निर्णय भी व्यापारी हितों के लिए लेना पड़े तो यह कार्य भी किया जाएगा।
शहर कोतवाल धर्मवीर सोलंकी ने बताया कि यह बात पूरी तरह से निराधार है।उन्होंने कहा कि आगंतुकों को किसी भी मार्ग में रोका नही जा रहा है।जबकि एस.एस.पी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने स्टार ख़बर से बातचीत में बताया कि केवल पहले से आरक्षित किये गए होटल्स में ही पर्यटक वाहन सहित झील नगरी पहुंचेंगे बाकी सभी आगंतुकों को पब्लिक कन्वेंस द्वारा ही नैनीताल पहुंचना होगा।पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा अलग-अलग विरोधाभाषी बयान दिए जाना भी कहीं न कहीं प्रश्न खड़े करता है।