उत्तराखंड के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग “निम” का प्रक्षिक्षण दल बर्फीले तूफान की चपेट में..रेस्क्यू अभियान जारी…

181

पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ले रहे रहे “निम” उत्तरकाशी के प्रशिक्षु एवलांच में फंसे..

उत्तराखंड के प्रतिष्ठित व पर्वतारोहण के लिए विश्व प्रसिद्ध नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग “निम” का प्रक्षिक्षण दल बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया है। दरअसल
पर्वतारोहियों का यह दल उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा पहाड़ की चोटी पर प्रशिक्षण ले रहा था।अचानक “एवलांच” आने के चलते दल के 30 से अधिक सदस्य ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार क्रेवास में फंस गए।जिन्हें निकालने के लिए “निम” द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।सूत्रों के अनुसार मिल रही जानकारी के अनुसार बर्फ में दबे हुए 10 शव बरामद किए जा चुके हैं।और तीस से अधिक अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।जो अभी भी बर्फीली दरार में ही फंसे हुए हैं।

बचाव के संसाधन कम देख कर मुख्यमंत्री धामी ने माँगी केंद्र से मदद…

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर इस हादसे की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहियों को बाहर निकालने के लिए “निम”की टीम के साथ जिला प्रशासन, एन.डी.आर.एफ,एस.डी.आर.एफ, सेना और आई.टी.बी.पी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य अभियान चलाया जा रहा है। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने का अनुरोध भी किया गया है। जिससे सभी को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा सके।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना को राहत व बचाव के दिये आदेश…

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना को राहत व बचाव अभियान चलाने का निर्देश तुरंत दे दिया है।ताकि शीघ्र ही रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाकर सभी फंसे हुए लोगों को निकाला जा सके।ख़बर लिखे जाने तक एवलांच में फंसे हुए लोगों का रेस्क्यू अभियान जारी है।