उत्तराखण्ड के शहद विश्व पटल पर घोलेगा मिठास.. 2027 तक उत्पादन 40 हजार टन का लक्ष्य.. हिमालयन हनी के फायदे तो कई किसान हुए राज्यपाल से सम्मानित..

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नैनीताल – नैनीताल राजभवन में शुक्रवार को हनी महोत्सव मनाया गया है..पंतनगर विश्वविघालय द्वारा आयोजन इस हनी महोत्सव का सूबे के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सुभारंभ किया है..राजभवन सचिवालय में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने शहद उत्पादकों से बातचीत की है और इसकी जानकारी ली है साथ ही राज्यपाल ने बेहतर शहद उत्पादन के लिये 6 शहद किसानों को सम्मानित भी किया है..राजभवन में आयोजित हनी महोत्सव के दौरान राज्यपाल ने कहा कि 3 हजार टन सालाना उत्पादन है इसको 40 हजार टन जल्द ही किसान करेंगे..राज्यपाल ने कहा कि हिमालयन हनी की डिमांड़ पूरे विश्व में है और हिमालय क्षेत्र में इसकी संभावनाएं भी हैं..राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा उत्तराखण्ड के शहद का विश्व के कई देशों के साथ एमओयू करेंगे ताकि पहाड़ का ब्रांड़ विश्व पटल पर अपनी पहचान बना सके। कार्यक्रम में राज्यपाल ने प्रगतिशील मौन पालकों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया। सम्मानित किए जाने वाले मौन पालकों में श्री बिक्रमजीत सिंह जनपद उधमसिंह नगर, श्री रघुवर मुरारी जनपद चंपावत, श्री मनोज कुमार जनपद नैनीताल, श्री शेखर भट्ट जनपद नैनीताल, श्री हरीश सजवाण जनपद नैनीताल, श्री नारायण सिंह फर्त्याल जनपद नैनीताल को सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने कहा कि मौनपालन के पारंपरिक तरीकों से हटकर जीबी पंत वि.वि शोध एवं तकनीकी के आधार पर शहद उत्पादकता को बढ़ाने में सहयोग करें। शहद उत्पादन के पश्चात इसकी पैकेजिंग एवं मार्केटिंग के साथ-साथ किस प्रकार वैल्यू एडिशन की जाए इस क्षेत्र में वि.वि किसानों को सहायता करें। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक आर्थिकी का बढ़ा जरिया बन सकता है जिसमें किसानों को तकनीकी सहायता एवं शोध की जरूरत है।
इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, कुमाऊँ वि.वि के कुलपति डॉ. दीवान एस. रावत, उत्तराखण्ड मुक्त वि.वि के कुलपति डॉ. ओपीएस नेगी, डीआईजी योगेन्द्र यादव, निदेशक प्रसार डॉ. जितेंद्र क्वात्रा सहित विभिन्न जिलों के मौन पालक, जीबी पंत विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक आदि उपस्थित रहे।