असर खबर हो गयी जीत….रात में भाग रहा पकड़ा गया नाबालिक से रेप का आरोपी एडीएम प्रेमनाथ गया जेल…पूर्व मैनेजर ने खोले कई राज….दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शिकायत के बाद क्यों नहीं कि कार्रवाई अंकिता हत्या सवाल उठाने वाले आप नेताओं ने हो जाएंगे मुह बंद..

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नैनीताल – अल्मोड़ा के रानीखेत में नाबालिक से रेप और छेड़छाड के आरोपी दिल्ली सरकार का एडीएम रेंक का आधिकारी को आंखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है..राजस्व पुलिस द्वारा कम धाराओं में दर्ज मुकदमे को भी रेगुलर पुलिस ने बढा दिया है और पूरे मामले में आरोपी दिल्ली सरकार में तैनात एडीएम अधिकारी को जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि कल रात जंगलों के रास्ते आरोपी एडीएम एवी प्रेमनाथ चुपके से दिल्ली भागने में जुटा था लेकिन ग्रामीणों की मदद से आरोपी को हल्द्वानी से नैनीताल पुलिस ने गिरफ्त में लेकर रानीखेत पुलिस के हवाले कर दिया इसके बाद पूरे मामले में अब आरोपी एडीएम को जेल भेज दिया गया है।

प्रेमनाथ के पूर्व मैनेजर ने लगाए गम्भीर आरोप….

इस मामले के सामने आने के बाद एडीएम प्रेमनाथ के पूर्व मैनेजर जो रानीखेत के पास पूरा काम देखते थे उन्हौने गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रेमनाथ से जान का खतरा बताया है। रानीखेत पहुंचे गोपाल बिष्ट ने कहा कि ये स्कूल की महिला टीचर के लिये कपड़े लेकर आता था और उनको पहनकर अपने सामने पेश होने का आदेश देता था उसके बाद गंदे कमेंट पास करता था…इसके सात ही गोपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि 2008 से इसके साथ जुड़ा था और प्लीजेंट वैली फाउंडेशन में नाजायज काम करता था अगर ये बेनाप जमीन के बारे में कब्जा करने से रोकता था तो ये मेरे पर प्रेसर डालकर धमकी देता था। गोपाल ने कहा कि ये दुष्ट है और कई बार मैने कार्रवाई करनी चाही और पटवारी को कहा तो पटवारी बहाने बना देता 7 महिने से कोई कार्रवाई नहीं की गई..गोपाल बिष्ट ने कहा कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई ये लिखता है तो अन्य राज्यों में उनको मध्यप्रेदश राजस्थान समेत अन्य राज्यों में मावोवादी बनाकर मुकदमा दर्ज कर देता है। गोपाल बिष्ट ने कहा कि इसकी पूरी कुंड़ली उनके पास है गोपाल ने कहा कि मैने भगवान के लिये छोड़ दिया था लेकिन मै अब हिम्मत कर आगे आया हूं। गोपाल बिष्ट ने कहा कि इस रिजार्ट और स्कूल में जो होता है उसको सूनकर किसी की भी आत्मा कांप सकती है और जल्द और भी खुलाशे करुंगा।

दिल्ली सरकार की क्यों मेहरबानी…..

ऐसा नहीं है कि इसकी इस करतूत की जानकारी किसी को नहीं है..इसकी जानकारी दिल्ली सरकार को भी है। इसके इस कारनामों की जानकारी दिल्ली सरकार को भी है बकायदा इसके लिये आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह बकायदा दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी शाखा के एस के गौतम को पत्र लिखा था लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। संजय सिंह ने अपने पत्र में साफ लिखा कि सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन के खिलाफ भ्रष्टाचार के साथ महिला कर्मचारियों के शोषण का है। और कुछ जजों का हवाला भी इस पत्र मे संजय सिंह ने दिया है। इस पत्र में संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता की बेटी को ये अश्लील मैसेज भेज रहा है और शोषण कर रहा है। इस मामले में कार्रवाई की मांग संजय सिंह द्वारा की गई है। 10 अगस्त को संजय सिंह द्वारा लिखे इस पत्र पर कोई कार्र्वाई आज तक नहीं हो सकी है।

नाबालिक ने ये लगाए थे आरोप…..

दरअसल दिल्ली की एक नाबालिक ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने उसके साथ रेप का प्रयास किया है। आरोप है कि इस अधिकारी के रसूक के चलते कई बार मामले को दबा दिया गया है। दरअसल कहानी शुरु होती है दिल्ली के जामनगर से जहां इसकी माँ पीआँन पर पर तैनात थी जो कुछ समय के लिये नौकरी थी लेकिन जब ये अधिकारी दिल्ली सफाई आयोग में गया तो इस महिला की भी इसने दिसंबर 2019 को नौकरी लगा दी और अपने आँफिस में अटैच कर दिया। इस अधिकारी की पत्नी के नाम पर रानीखेत के टांड़ा कांड़ा मछखाली में एनजीओ प्लीजेंट वैली फाउंडेशन है जहां इस अधिकारी ने स्कूल और ऐशगाह के नाम पर सरकारी जमीन को भी कब्जा लिया है। कोरोना के दौरान ये व्यक्ति इन माँ बेटी को पास बनाकर यहां लेकर आया यहां लड़की से दुष्कर्म का प्रयास किया। आरोप है कि इसके बाद इस अधिकारी ने एक झूठे मामले में इसकी माँ को जेल भेज दिया और उसके बाद माँ को जेल से छुड़वाने के नाम पर लगातार दबाड़ ड़ालता रहा। कहा कि अगर अपनी माँ को जेल से बाहर निकालना है तो जैसे वो कहता है करती रहो। 23 फरवरी 2021 को इस अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने गाड़ी भेजकर बुलाया और फिर नापाक हरकतें की। इसके बाद माँ की जमानत के बहाने ये फिर रानीखेत लेकर आया और आँफिस में छेड़छाड़ रेप की कोशिश की और कैमरों को बंद करवा दिया। मामला तब खुला जब इसकी माँ जेल से बाहर आई और ये अधिकारी इसकी माँ के ना होने पर इसे 2 मई 2022 धमकाने पहुंच गया कि कोई भी धटना की जानकारी किसी को मत देना। जब अधिकारी का रसूक भारी पड़ा तो ये माँ बेटी इसी साल 17 जून को इस मामले की शिकायत दर्ज करने पहुंची तो उनको पता चला कि यहां कोई थाना नहीं है और यहां पटवारी ही सारा काम देखता है। युवती की माँ ने पटवारी को शिकायत दर्ज की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई किसी ने बताया कि स्थानीय पटवारी भी आरोपी से मिला हुआ है।
इसके बाद दिल्ली लौटने के बाद इस अधिकारी ने गंदे मैसेज भेजे लेकिन दिल्ली पुलिस ने भी इनको कार्रवाई के नाम पर एफआईआर ले ली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई अब इस मामले में माँ बेटी ने दिल्ली से आकर अल्मोड़ा डीएम से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है तो पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया था।