जुनून के आगे उम्र आड़े नही आती..बस कुछ कर गुजरने का जज़्बा होता है…

84

नैनीताल से संजय नागपाल की रिपोर्ट…

जुनून के आगे उम्र आड़े नही आती..बस कुछ कर गुजरने का जज़्बा होता है…

नैनीताल- इसे जुनून ही कहेंगे कि सामाजिक जागरूकता के लिए कोई व्यक्ति हज़ारों किलोमीटर की यात्रा साइकिल व पैदल ही तय कर दे।
हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के नागपुर निवासी दिलीप भरत मलिक की। अधेड़ व्यक्तित्व दिलीप, बालिका शिक्षा,पर्यावरण व समाज में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति के लिए चेतना जगाने के लिए लंबी यात्रा पर निकले हैं।

45 हज़ार किलोमीटर से अधिक पैदल व साइकिल से यात्रा…

दिलीप ने इसी वर्ष 26 जनवरी की सुबह 6 बजे नागपुर से इस यात्रा की शुरूआत की।और 31 मार्च 2023 को नागपुर में ही यात्रा कुल 45,711 किलोमीटर साइकिल और पैदल चलकर सम्पन्न होगी।
उन्होंने नागपुर से औरंगाबाद, शिरडी साई बाबा,अहमदनगर, पुणे,मुम्बई, सूरत,जम्मू,वैष्णव देवी,कारगिल,लेह लद्दाख, मनाली, शिमला,श्रीनगर,सोनप्रयाग, बद्रीनाथ,जोशीमठ,हल्द्वानी,नैनीताल, बरेली,लखनऊ,गोरखपुर,पटना,सिलीगुड़ी,दार्जिलिंग,भूटान, असम, अरुणालचल,मेघालय,बिलासपुर,कोलकत्ता,नागालैंड, विशाखापट्टनम, दिल्ली,इंदौर,ग्वालियर और झांसी होते हुए नागपुर पहुंचने का रास्ता तय करना है।
नैनीताल पहुंच दिलीप ने बताया कि अभी तक वो 45000 किलोमीटर में से 15,000 किलोमीटर साइकिल और पैदल यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने अपना मकसद भारत के जवानों को श्रद्धांजलि, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पर्यावरण बचाओ और नशे के खिलाफ संदेश दिया है । उन्होंने कहा है कि सभी ने देश को जरूरत के समय काम आने के लिए फिट रहना चाहिए।