63 देशों की प्रतियोगिता में “मिसेज वर्ल्ड” का ताज भारत को..21 वर्ष लग गए इस ख़िताब पर पुनः कब्जा जमाने में…

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जम्मू-कश्मीर की सरगम कौशल ने बढ़ाया भारत का मान..63 देशों के प्रतियोगियों के बीच बनी मिसेज वर्ल्ड…

मूलतः जम्मू-कश्मीर निवासी सरगम कौशल ने वर्ष 2022 का मिसेज वर्ल्ड का खिताब अपनी झोली में डाल लिया है।ज्ञात रहे कि वर्ष 2001 में भारत की अदिति गोवित्रिकर ने यह अंतरराष्ट्रीय ख़िताब अपने नाम किया था।अब 21 वर्ष बाद पुनः सरगम कौशल ने यह ख़िताब अपने व देश के नाम किया है।लिटरेचर इंग्लिश में पोस्टग्रेजुएट,32 वर्षीय सरगम कौशल ने विशाखापत्तनम में शिक्षक का जॉब भी किया है।2018 में उनका विवाह आदित्य मनोहर शर्मा जो कि एक नेवी ऑफिसर थे उनसे हुआ। उनके पति ने ही सरगम कौशल को पहला मॉडलिंग कांटेक्ट दिलवाया था।

मिसेज वर्ल्ड का ख़िताब पाकर आज मैं बहुत ज्यादा एक्साइटेड हूं। लव यू इंडिया..एंड लव यू वर्ल्ड..सरगम कौशल…

आपको बता दें कि भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली सरगम कौशल ने यह उपलब्धि 18 दिसंबर 2022 को लास वेगास में हासिल की।उन्हें मिसेज वर्ल्ड का ताज पहनाया गया। मिसेज सरगम कौशल ने अदिति गोवित्रिकर के बाद यह खिताब वापस भारत लाने के लिए 63 देशों के कंटेस्टेंट्स को पीछे छोड़ दिया। मिसेज इंडिया पेजेंट के ऑर्गनाइजर्स ने इंस्टाग्राम पर खबर शेयर करते हुए कहा, ‘लंबा इंतजार खत्म हुआ, 21 साल बाद हमारे पास ताज वापस आया है!’ जम्मू-कश्मीर की रहने वाली सरगम कौशल ने भी बताया कि वह खिताब जीतकर बहुत खुश हुई हैं।देशवासियों से उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत ज्यादा एक्साइटेड हूं। लव यू इंडिया एंड लव यू वर्ल्ड।

“पेजेंट” ने वर्ष 1984 में इस प्रतियोगिता “मिसेज वर्ल्ड” की शुरूआत की थी..पर वर्ष 2001 में भारत की अदिति ने पहली बार जीता था यह खिताब…

आपको यह भी बता दें कि मिसेज वर्ल्ड विवाहित महिलाओं के लिए पहला कॉन्टेस्ट है।इसकी आयोजक “पेजेंट” ने वर्ष 1984 में इसकी शुरूआत की थी। और इसकी जड़ें मिसेज अमेरिका पेजेंट से जुड़ी हैं। शुरुआत में इस पेजेंट को “मिसेज वुमन ऑफ द वर्ल्ड” का नाम दिया गया था।लेकिन इसे वर्ष 1988 में ही “मिसेज वर्ल्ड” के रूप में जाना जाने लगा। पिछले कुछ वर्षों में मिसेज वर्ल्ड ने 80 से अधिक देशों में आयोजन किया जा चुका है। जिनमें सबसे अधिक विजेता अमेरिका के ही हैं।मतलब 39 वर्षों में 2 बार भारत की सुंदरता व बुद्धिमत्ता ने भी विश्व समुदाय को अपना लोहा मनवाया है।