जातिगत दुर्भावना फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाही की मांग, डीएसबी के दो प्रोफेसरों और एक कर्मचारी पर लगे आरोप

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शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में बच्चों का जीवन का आधार बनता है। स्कूल में बच्चे विभिन्न विषय पढ़ते हैं और ज्ञानवर्धन करते हैं। लेकिन अगर एक प्राध्यापक ही दूसरे प्राध्यापक को हीन भावना से देखे या फिर जातिगत टिप्पणियां करें तो पूरे परिसर में इसका बुरा असर पड़ता है। इधर कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के छात्रों ने कुलपति प्रो. एनके जोशी को ज्ञापन सौंप जातिगत दुर्भावना फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाही की मांग की है। उन्होंने डीएसबी परिसर के दो प्रोफेसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बता दें यह दोनों प्रोफेसर डीएसबी में बड़े पदों में विराजमान है। छात्रों का कहना है कि इन्हे पद से नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

विद्यार्थियों ने डीएसबी परिसर के दो प्रोफेसरों और कर्मचारी पर प्रार्थना पत्र न लेने का आरोप लगाया है। आरोप है कि उन्होंने परिसर के ही एक प्राध्यापक पर जातिगत टिप्पणियां की। इसके बाद परिसर के एक प्रोफेसर की ओर से शिक्षक को धमकाया गया व जातिगत शब्दों से संबोधित किया। छात्रों ने कहा कि वर्तमान में भी उक्त प्रोफेसरों की ओर से मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। इसके अलावा छात्रावास में अराजकता फैलाकर वहां के छात्रों को भड़काने को कार्य किया जा रहा है। छात्रों ने कहा इतना ही नहीं उक्त द्वारा छात्रावास के सुरक्षा गार्ड को भी हटाने की धमकी दी जा रही है। छात्रों ने तत्काल कार्यवाही करते हुए शिक्षण संस्था में जातिगत दुर्भावना फैलाने पर दोनो प्रोफेसरों को पद से अतिशीघ्र हटाने की मांग की है। कहा कि अगर उक्त व्यक्तियों को पद से नहीं हटाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।