विवादों के साथ शुरू हुई आदि कैलाश ओम पर्वत यात्रा…..एमडी ने कहा हमने नहीं कि कोई गलती कंपनी बोली हमको नहीं मिला नोटिस….कंपनी को दे दिया 8 साल का ठेका सरकार को मिले सिर्फ 8600 हजार तो कंपनी ले रही है 50 हजार…

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नैनीताल – चारधाम यात्रा के बाद अब कुमाऊं में आदि कैलाश यात्रा शुरू हो गयी है। चीन में कोविड के चलते कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू नहीं होने के बाद केएमवीएन ने ओम पर्वत और आदि कैलाश यात्रा शुरू की है। भीमताल से 30 लोगों का पहला जत्था छोटा कैलाश के लिए भेजा गया है जो लौटेगा, इस दल में 15 महिलाएं और 15 पुरुष हैं। यात्रा कैंची धाम ,अल्मोड़ा गोल्ज्यू व जागेश्वर धाम में भी जाएगी इस दौरान आदि कैलाश ओम पर्वत,पार्वती सरोवर शिव मंदिर वेद व्यास गुफा पाताल भुवनेश्वर होते हुए 8 दिन में वापस लौटेगें। कोरोना के बाद शुरू हुई यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है और यात्री बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए खासा उत्साहित हैं। आपको बतादें की कोरोना के चलते अब भी कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू नहीं हो सकी है लेकिन आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा भारत में होने के चलते शुरू कर दी गयी है। इस दौरान आदि कैलाश यात्रा पर निकले रघुवीर मेहर ने कहा कि दो सालसे घर पर थे और अब ओम पर्वत और आदि कैलाश जाने का मौका मिला है जिसको लेकर वो खासा उत्साहित हैं। वहीं आशा गुलाठी कहती हैं कि उनको जाना तो मानसरोवर यात्रा पर था लेकिन चीन में हालात ठीक नहीं होने के चलते वो अपने देश की आदि कैलाश यात्रा पर जा रही हैं और खुश हैं। पहले दल में सबसे छोटे 17 साल के यात्री जय दत्त शास्त्री कहने हैं कि मां पिताजी की प्रेरणा से यात्रा पर जा रहे हैं पूरी ऊर्जा के साथ भगवान शिव के दर्शन करने निकले हैं भगवान का आर्शीवाद जरूर मिलेगा। कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी विनीत तोमर ने कहा कि यात्रा 2 साल बाद भी कैलाश मानसरोवर यात्रा नहीं होने पर उन्हौने इस आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू की है जिसका फायदा देश को मिलेगा इसमें अभी तक 700 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन किया है तो जून महीने में कुल 17 दलों को यात्रा कराई जाएगी।

यात्रा पहले ही पड़ गयी विवादों में…

दरअसल जब तक मुश्किल और चुनौती पूर्ण यात्रा थी तब तक केएमवीएन इस को खुद करता रहा, लेकिन अब पूरी यात्रा आसान और गाड़ियों से होने के बाद कुमाऊं मण्डल विकास निगम ने 8 सालों के लिये 15 मार्च 2022 डिवाइन मंत्रा प्रा0 ली0 को यात्रा संचालन का ठेका दे दिया..इसके तहत इस कम्पनी को आदी कैलाश और ओम पर्वत यात्रियों को भेजने की अनुमति टूर आँपरेटर को दे दी गई लेकिन इस दौरान सभी सुविधाएं यानि रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था कुमाऊँ मण्डल विकास निगम को करनी होगी। यात्रा के लिये टूर आपरेटर बुकिंग के लिये कुमाऊँ मण्डल विकास निगम का लोगो भी इस्तेमाल कर सकेगा। गुपचुप तरिके से दिये इस टेंड़र को एनटीपी टूरिज्म अफेयर्स प्राइवेट लिमिटेड ने हाईकोर्ट में चुनौती भी दी है। कहा है कि बिना किसी टेंड़र या विज्ञापन के उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियामावली 2017 का उलंघन करते हुए ये टेंड़र गुपचुप तरिके से कम दामों में दिया गया है।
याचिका में कहा गया है इस गुपचुप अनुबंध के द्वारा कम्पनी को लाभ पहुंचाया जा रहा है और सरकारी खजाने नुकसान दिया जा रहा है। याचिका में कहा गया है कि धारचुला से आदि कैलाश,ओम पर्वत के बाद वापस धारचुला की यात्रा में कम्पनी 50 हजार चार्ज कर रही है जब्कि सभी सुविधाएं केएमवीएन से लेने के बाद सरकारी खजाने में मात्र 8600 रुपये ही मिल रहे हैं वहीं काठगोदाम से वापस काठगोदाम की यात्रा में सरकार को 56 हजार के मुकाबले 12400 ही मिल रहा है। वहीं आरोप है कि केएमवीएन ने आम यात्री के लिये बुकिंग को बंद कर दिया है और डिवाइन मंत्रा से ही बुकिंग कराने का बाध्य किया जा रहा है। याचिका में 15 मार्च के अनुबंध को निरस्त करने की मांग के साथ दोबारा टेंड़र के जरिये यात्रा के संचालन की मांग की है। हालांकि इस मामले में सुनवाई होनी है। वहीं गुपचुप तरीके से यात्रा देने पर केएमवीएन के एमडी विनीत तोमर ने कहा कि उन्हौने कोई गलती नहीं कि और मामला हाई कोर्ट में है जो फैसला कोर्ट करेगा उसके अनुसार काम किया जाएगा। वहीं यात्रा करा रही कंपनी ने कहा है कि उनको कोई कोर्ट का नोटिस नहीं मिला है और दूसरे लोगों द्वारा गलत जानकारी साझा की जा रही हैं।