उत्तरप्रदेश में नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन में मौत का ऐसा हुआ मंज़र कि दहशत में आ गए सभी यात्री…

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उत्तरप्रदेश में रूह कंपा देने वाला रेल हादसा..जिसमें केवल एक व्यक्ति की हुई खौफ़नाक मौत..सभी यात्री भारी सदमें में…

दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से लखनऊ जा रही नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन में ऐसा हादसा हो गया कि आमजन बदहवास हो गए।इस हादसे में सुल्तानपुर निवासी यात्री 34 वर्षीय हरिकेश कुमार दुबे की मौत हो गई।
आपको बता दें कि जब नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन अलीगढ़ के सोमना और डांबर रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची तो यह ट्रेन लगभग 110 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही थी।तभी इस द्रुतगति से चलती नीलांचल एक्सप्रेस (12876)के जनरल कोच में यह जबरदस्त हादसा हो गया।शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजकर 50 मिनट पर पटरी के किनारे पड़ी एक लोहे की रॉड शीशा तोड़ते हुये एक यात्री की गर्दन में घुस गई व पीछे की तरफ बैठे यात्रियों की ओर आर पार हो गई। हादसे में सुल्तानपुर निवासी यात्री हरिकेश दुबे उम्र 34 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई।इस हादसे के बाद सहमे यात्रियों ने लगभग आधे घंटे अलीगढ़ तक उक्त खून में लथपथ शव के साथ ही सफर तय किया। घटना के बाद उस कोच में सवार ज्यादातर यात्री दहशत में दिखाई दिए।दहशत का आलम ये था कि खिड़की के पास बैठे सभी यात्रियों ने सीट छोड़ दी। व ट्रेन के बीच की गैलरी में आ गए।

यही सब्बल एक यात्री के चलती ट्रेन में घुस गया..आखिर कैसे आया ये पाँच फिटा लोहे का सब्बल ट्रेन की पटरियों पर…?

36 घंटे बाद भी रेलवे अफसर इस लापरवाही की जिम्मेदारी तय नही कर पाए..टीम जाँच में जुटी-डी.आर.एम प्रयागराज मोहित चंद्रा…

सुल्तानपुर के यात्री हरिकेश दुबे की मौत के 36 घंटे बाद भी रेलवे अफसर हुई लापरवाही को लेकर यह तय नहीं कर सके हैं कि हादसा कहां और किसकी गलती से हुआ। डी.आर.एम प्रयागराज मोहित चंद्रा ने कहा है कि प्रकरण में हाईपावर कमेटी जांच में जुटी हुई हैं। विभागीय अफसर लगातार जांच में जुटे हुए हैं। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बड़ा सवाल- क्या भारतीय रेल आमजन को रेलों में सुरक्षा व्यवस्था भी उपलब्ध नही करा पाएगी..?

मृतक हरिकेश दुबे के परिजनों को फौरी राहत के रूप में ₹15000/रेलवे विभाग ने जारी कर दिए जिस पर लोगों ने भारी आपत्ति जताई।यात्री इस कमाऊ पूत के लिए 50 लाख व परिवार के लिए नौकरी की माँग कर रहे थे।जिसका संज्ञान लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5 लाख की मदद का ट्वीटर पर संदेश जारी कर दिया। बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या भारतीय रेल आमजन को रेलों में सुरक्षा व्यवस्था भी उपलब्ध नही करा पाएगी..? उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजकल गुजरात विधानसभा चुनावों में व्यस्त हैं इसलिए उनकी कोई टिप्पणी संदर्भ में नही आयी।