कालेपानी की यही कहानी…अस्पताल नहीं लचर स्वास्थ्य सुविधा से महिला और बच्चे की मौत..72 गावँ के लिए एक एम्बुलेंस..अब कहाँ गए वोट मांगने वाले नेता..

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ओखलकांडा/भीमताल
ओखलकांडा ब्लॉक के चमोली ग्राम सभा में एक गर्भवती महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया। जिसमें महिला और एक बच्चे की मौत की खबर है। दूसरे बच्चे की हालत नाजुक बताई जा रही है बच्चे को उपचार हेतु हल्द्वानी लाया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चमोली निवासी देव सिंह की पत्नी विमला देवी (24)को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उपचार हेतु ओखलकांडा स्वास्थ्य केंद्र ले गये लेकिन महिला ने 108 एंबुलेंस में ही दो बच्चे को जन्म दिया लेकिन एक शिशु की गाड़ी में ही मृत्यु हो गई दूसरे शिशु को नाजुक हालात में उपचार हेतु हल्द्वानी अस्पताल लाया गया।
एक महीने पहले ही ओखलकांडा ब्लॉक के डालकन्या ग्राम सभा में भी एक गर्भवती महिला और शिशु की मौत हो गई थी। इस घटना के बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा सोया हुआ है, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने में स्वास्थ्य विभाग कोई रुचि नहीं दिखा रहा है। जिस कारण पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे हैं।
पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में कई गर्भवती महिलाएं एवं नवजात शिशु की मौतें हो रही हैं। अस्पतालों में ना ही स्टाफ है और ना कोई डॉक्टर। कई अस्पताल बिना डॉक्टर और कंपाउंडर के चल रहे हैं। आपको बता दें कि विगत माह डालकन्या में गर्भवती महिला और बच्चे की मौत से क्षेत्रवासी दुखी नजर आए। वही फिर एक गर्भवती महिला और शिशु की मौत से क्षेत्र वासियों में आक्रोश है। वहीं ओखलकांडा चमोली के ग्राम प्रधान विनोद कुमार ने कहा कि समय पर एंबुलेंस पहुंच जाती तो विमला देवी की जान बच जाती और प्रधान ने कहा कि 72 गांव के लिए एक एंबुलेंस ना काफी है उन्होंने कालाआगर में स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग भी की है और पूर्व दर्जा राज्यमंत्री हरीश पनेरु ने कहा कि यदि शीघ्र ही ओखलकांडा ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं सुधारी गई तो क्षेत्रवासी जिला मुख्यालय पर आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे।
वहीं ग्रामीण चुनाव में वोट मांगने वाले नेताओं से नाराज हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि विधानसभा लोकसभा चुनाव के खूब वोट मांगने आते हैं लेकिन इलाज यहां मिलता है नहीं और ये नेता भी जितने के बाद हल्द्वानी चले जाते हैं गरीब है सिर्फ मारने के लिए..