ये हाल…बच्चे ने कूड़ा उठाने से किया मना तो मास्टर ने हाथ तोड़ा..बच्चे के परिजनों ने दर्ज की शिकायत तो मास्टर साहब घर को आग ?

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रिपोर्टर – कांता पाल
उत्तराखंड – शिक्षक समाज को रोशनी दिखता है और शिक्षक ही सही दिशा दिखाने का काम भी करता है लेकिन
हरिद्वार के भगवानपुर गांजा मजरा गांव में स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पढ़ने वाले कक्षा आठ के बच्चे कुनाल ने बताया के अध्यापक ने उसको कूड़ा उठाने के लिए कहा बच्चे ने कहा कि सर मैं बीमार हूं मेरी तबियत सही नही है, उसके बाद बच्चा बताता है अध्यापक ने बच्चे का हाथ पकड़कर मरोड़ दिया जिससे उसके हाथ की उंगलियां चलनी बंद हो गई और पूरे हाथ पर सूजन आ गई, बच्चे ने पूरा मामला अपने परिजनों को बताया परिजनों ने इसकी तहरीर बुग्गावाला थाने में दी, जैसे ही अध्यापक के पास पुलिस पूछताछ के लिए गई तो अध्यापक ने अपना नया रंग और रूप दिखा दिया।
बच्चे के पिता अंजेश कांबोज ने बताया कि अध्यापक ने मुझे फोन करके गालियां दी और कहा के थाने में तहरीर देकर तूने अच्छा नहीं किया मैं 10 लड़के लेकर आऊंगा और तुझे पीटूगा और तेरा घर भी जला दूंगा मेरी ऊपर तक पहुंच है। अंजेश कांबोज बताते हैं कि मैंने अध्यापक की धमकी भरी कॉल की रिकॉर्डिंग थाने में जाकर सुनाई जब थाने से संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई तो इसमें भाकियू तोमर के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौहान और हसनावाला ग्राम प्रधान आदेश कांबोज स्कूल पहुंच गए और फोन पर वार्तालाप कर मौके पर भगवानपुर खंड शिक्षा अधिकारी संजीव जोशी बुलाया, उन्होंने स्कूल पहुंचकर पूरी स्थिति को परखा और अध्यापक स्कूल से नदारद मिले, उन्होंने परिजनों की बात सुनकर बच्चे की मेडिकल रिपोर्ट और थाने की रिपोर्ट मांगी। और धमकी भरी रिकॉर्डिंग सुनकर खंड शिक्षा अधिकारी ने अध्यापक के खिलाफ मुख्य शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई की बात कही।
यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा जब देश का भविष्य ऐसे निर्दई और अपने आप को भस्मासुर समझने वाले अध्यापकों के हाथ में हो तो देश का भविष्य उज्जवल होने की बजाय अंधकार की दिशा में जाएगा। पीड़ित बच्चे के पिता अंजेश कांबोज ने कहा कि हमने खंड शिक्षा अधिकारी से भी सख्त कानूनी कार्रवाई करने और इस शिक्षक को स्कूल से हटाने की मांग की है।