@. पहल… ★. जिम कॉर्बेट से गुजरने वाली नैशनल हाइवे पर वन्यजीवों को बचाने की पहल, ★. अब 2 लेन की जगह बनेगा एलिवेटेड पुल रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

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@. पहल…

★. जिम कॉर्बेट से गुजरने वाली नैशनल हाइवे पर वन्यजीवों को बचाने की पहल,

★. अब 2 लेन की जगह बनेगा एलिवेटेड पुल

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

नैनीताल रामनगर
विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के रामनगर शहर से होकर गुजरने वाली कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाली सड़क रामनगर से मोहान 22 किलोमीटर तक जल्द ही एलिवेटेड पूल बनाने की कवायद अब तेज हो गई है, इस एलिवेटेड पुल के बनने से जहां वन्यजीव वाहनों की चपेट में आने से बचेंगे। उनके कोरिडोर्स में वाहनों का दखल खत्म होगा क्योंकि बहुत बार हाथी आदि वन्यजीवों के सड़क पार करते वक़्त घन्टों जाम लगता था।इसके साथ ही वन्यजीवों के वास स्थल भी सुरक्षित रहेगें। गौरतलब है कि समाजसेवी हरीश चंद्र सती की पहल पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के अधिकारी एनएच के साथ मिलकर सर्वे कर रहे हैं। एनएच अधिकारी जल्द ही सर्वे कर प्रस्ताव को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजेंगे, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।इससे पूर्व रामनगर के आमडंडा क्षेत्र से शंकरपुर मरचुला तक 42 किलोमीटर 2 लेन सड़क के निर्माण को लेकर सर्वे हुआ था, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 2 लेन सड़क निर्माण को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी, जिसके प्रस्ताव के लिए एनएच को 52 लाख रुपए भी दिए गए। वहीं, एनएच के अफसरों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के अधिकारियों के साथ आमडंडा से लेकर मोहान तक सर्वे किया था। लेकिन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से वन्यजीवों के कॉरिडोर और वास स्थलों में दखल के चलते मंजूरी नहीं मिल पाई थी। जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन की ओर से एलिवेटेड पुल बनाने पर जोर दिया गया। कॉर्बेट पार्क से लगते क्षेत्र से होकर जाने वाली यह नेशनल हाईवे 309 रामनगर कुमाऊं और गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यहां से गढ़वाल, अल्मोड़ा के सल्ट समेत अन्य पर्वतीय क्षेत्र के वाहन गुजरते हैं।स्थानीय लोग भी इसी मार्ग से रामनगर के लिए आवाजाही करते हैं। इसी को देखते हुए पूर्व में रामनगर के वरिष्ठ समाजसेवी हरीश चंद्र सती ने रामनगर से मोहान तक एलिवेटेड पुल बनाने की मांग को लेकर एक पत्र पीएमओ को 26 अक्टूबर 2019 भेजा था। जिस क्रम में पीएमओ की ओर से उत्तराखंड के प्रमुख सचिव शासन को इस संबंध में कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया, जिसमें उत्तराखंड शासन को एनएच खंड और कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से संयुक्त प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया। इस पर वर्तमान समय में कार्रवाई गतिमान है।वहीं वरिष्ठ समाजसेवी हरीश चंद्र सती ने बताया कि मेरे द्वारा रामनगर से मोहान तक एलिवेटेड पुल बनाने को लेकर पूर्व में पीएमओ को पत्र लिखा गया था। वे कहते है कि एलिवेटेड पुल बनने से मानव वन्यजीव संघर्ष में काफी कमी आएगी। वन्यजीवों के वास स्थल और कॉरिडोर सुरक्षित रहेंगे। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वाहनों का आवागमन सुरक्षित रहेगा। इससे पर्यटक और जनता भी सुरक्षित रहेगी।वहीं इस विषय मे जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर दिगांथ नायक ने बताया कि रामनगर से मरचुला तक डबल लेन का प्रपोजल आया था। इसका 2 हफ्ते पहले एक संयुक्त सर्वे भी हुआ था। वन्यजीवों की सुरक्षा को देखते हुए एलिवेटेड पुल का प्रस्ताव रखा है।

उन्होंने कहा कि एनएचएआई और एसीटीसीए का अपना पॉलिसी भी है कि अगर वन्यजीव कॉरिडोर में हाईवे बना रहे हैं या 2 लेन बना रहे हैं तो ऐलिवेटेड पुल ही निर्माण होगा क्योंकि इससे वन्यजीवों के वासस्थलों में किसी प्रकार का मानव दखल के साथ ही इस रोड़ों पर पूर्व में हुए मानववन्यजीव की घटनाओं में रोक भी लगेगी।