उत्साह….नैनीझील में तिरंगा यात्रा……..पर्यटकों का जोश हाई नावों में तिरंगे के साथ फोटो ….तिरंगा रंग से रंगी झील में आजादी का अमृत महोत्सव….

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नैनीताल – देश आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है..और केन्द्र सरकार ने घर घर तिरंगा यात्रा लोगों में देश प्रेम की भावना के लिये शुरु की है..मगर नैनीताल के वोट चालकों ने पर्यटकों में जोश जगान के लिये अलग ही मुहिम शुरु की है।

पर्यटकों में भी तिरंगा को लेकर उत्साह…

दरअसल देश तिरंगामय है…तो नैनीताल में भी पर्यटकों का जोश हाई है। मालरोड़ से लेकर घरों तक में तिरंगा देश भक्ति की भावना को दिखा रहा है तो नाव चालकों ने भी सैलानियों में जोश भरने का बीड़ा उठा रखा है। नैनीझील में नावों पर तिरंगा यात्रा पर्यटकों के लिये निकाली जा रही है तो पर्यटक भी इसका खूब लुफ्त उठा रहे हैं..पर्यटक तिरंगा लगी इन नावों में सफर के दौरान ना सिर्फ सैल्फी ले रहे हैं बल्कि उनका जोश भी नैनीझील में बोटिंग के दौरान देखा जा रहा है। दिल्ली से आई पर्यटक अनम खान कहती हैं कि वो घूमने नैनीताल आई लेकन नावों पर देश का झण्डा देख खासा उत्साहित हैं और पहली बार देश के फ्लैग के साथ मौका मिला है कि बोटिंग कर सकें अनम खान कहती हैं कि झण्डे के साथ उत्साह दो गुना हो जाता है और आजादी का उत्साह लेकर वापस जाएंगे। वहीं पर्यटक रौशनी कहती हैं कि तिरंगे वाली बोट में सफर किया जोश और जुनून दोनों हैं और भारत हमेशा सबसे उप्पर रहे।

पर्यटन कारोबारी भी उत्साह बढाने में जुटे………

 

दरअसल आजादी के इस अमृत महोत्सव में दौरान लम्बी छुट्टी के चलते पर्यटक नैनीताल पहुंच रहे हैं..तो मालरोड़ के साथ बोटिंग का लुफ्त भी उठा रहे हैं नैनीताल के तमाम होटलों रेटोस्टोरेंट में पर्यटकों के स्वागत के लिय तैयारियां की है तो वहीं होटल से लेकर घरों में तिरंगा लोगों ने लगाए हैं जिससे एक अलग माहौल इस दौरान नैनीताल का है….13 से 15 तक होटलों की बुकिंग पैक होने पर वोट मालिकों ने भी राष्ट्र भक्ति पैदा करने के लिये तिरंगा नावों पर लगाया है तो वहीं खुद के खर्चे पर हर नाव को तिरंगा से जोड़ा गया है। पर्यटन कारोबारी कुंदन रौतेला कहते हैं कि नैनीताल में आजादी का अमृत महोत्सव को जोश के साथ मना रहे हैं और उनकी की कोशिश है कि वो अपनी नावों को तिरंगामय कर दें इसके लिय खुद के खर्चे पर झण्डे लाकर नावों को भी सजाया गया है ताकि गर्व से वो आजादी को मना सकें..रौतेला कहते हैं कि यहां हर धर्म के कारोबारियों ने इन झण्डों को अपने नावों पर लगाया है और एक संदेश दिया जा रहा है कि आजादी का महोत्सव सभी जोश के साथ मनाएं।