बीयर की बोतल पर हिंदू धर्म की आस्था के प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक का प्रिंट, हिंदू जागरण मंच का कड़ा विरोध, कार्यवाही की मांग

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एक ओर लगातार जिला प्रशासन और कई सामाजिक संस्था नशे के खिलाफ लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। वही पुलिस प्रशासन भी अवैध रूप से नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ नकेल कस आयदिन तस्करों को पकड़ रही है। इस तरह के मामले लगते समाचार पत्रों के माध्यम से सामने आ रहे है। इसी संबंध में नया मामला प्रकाश में आया है। कुमाऊं विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता ने एसएसपी पंकज भट्ट को शिकायती पत्र देखकर बीयर पर हिंदू धर्म की आस्था के प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक को प्रिंट होने की बात कही है। साथ ही संबंधित विक्रेता, वितरक समेत कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

हिंदू जागरण मंच के प्रदेश प्रवक्ता व कुमाऊं विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता हरीश राणा ने नैनीताल में शराब कारोबार से जुड़ी कंपनियों और विक्रेताओं पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगा है। राणा ने एसएसपी पंकज भट्ट को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि हल्द्वानी स्थित एक देसी शराब की दुकान में बेची जा रही बीयर पर हिंदू धर्म की आस्था के प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक को प्रिंट किया गया है। जिससे समाज में हिंदू धर्म को लेकर नकारात्मक माहौल पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा संबंधित विक्रेता, वितरक समेत कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो। कहा स्वास्तिक के चिन्ह से धार्मिक आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। इससे धार्मिक आस्थाएं आहत हो रही हैं।

यह है स्वास्तिक का महत्व स्वास्थिक का अर्थ होता है, कल्याण या मंगल करने वाला। स्वास्तिक एक विशेष आकृति है, जिसको किसी भी कार्य की शुरुआत के पूर्व बनाया जाता है। माना जाता है कि यह चारों दिशाओं से शुभ और मंगल को आकर्षित करता है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले स्वास्तिक का चिन्ह अवश्य बनाया जाता है। स्वास्तिक शब्द सु+अस+क शब्दों से मिलकर बना है। ‘सु’ का अर्थ अच्छा या शुभ, ‘अस’ का अर्थ ‘सत्ता’ या ‘अस्तित्व’ और ‘क’ का अर्थ ‘कर्त्ता’ या करने वाले से है। इस तरह से स्वास्तिक शब्द का अर्थ मंगल करने वाला माना गया है।