ना नीति ना नियत 22 साल बेईमानी यूकेडी केंद्रीय प्रवक्ता हरीश जोशी राहुल…..यूकेडी केंद्रीय प्रवक्ता जोशी ने सरकारों की मंशा पर उठाए सवाल..मिला कर्ज ..पलायन.. बदहाल स्वास्थ्य.. क्यों नहीं तैयार की ठोस नीति- जोशी…

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भीमताल। राज्य स्थापना दिवस के मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता तथा यूकेडी के केंद्रीय प्रवक्ता हरीश जोशी राहुल ने सरकारों की मंशा पर सवाल उठाए हैं। भीमताल में बातचीत के दौरान यूकेडी प्रवक्ता जोशी ने कहा कि 22 वर्षीय उत्तराखंड को एक शिक्षित स्वास्थ्य व संपन्न होना चाहिए लेकिन उत्तराखंड पर देश के सभी राज्यों से कहीं ज्यादा कर्ज है, आज भी गांव सड़क स्वास्थ्य शिक्षा के लिए तरस रहे हैं गांव में पेयजल बिजली एवं मोबाइल नेटवर्क की परेशानी बनी हुई है खेती किसानी बदहाल है पलायन का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।
राहुल ने कहा कि उत्तराखंड हिमाचल की तर्ज पर आखिर क्यों आगे नहीं बढ़ रहा है, राज्य बनने के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य सुधार की आज तक कोई ठोस नीति क्यों नहीं बनाई गई है, वहीं उत्तराखंड बनने के बाद पलायन आखिर आज तक क्यों कम नहीं हुआ, पहाड़ी किसानों की आई बेहतर क्यों नहीं हुई अब तक किसानों को जंगली जानवरों से निजात नहीं मिल पाई है। मूल निवासियों के लिए किसी भी क्षेत्र में यानी रोजगार स्वरोजगार व महिला सशक्तिकरण के लिए कोई विशेष नीति नहीं बनाई गई है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 60 फ़ीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने पर उनके बेहतर भविष्य के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई, प्रदेश में आज तक महिला सुरक्षा को लेकर भी कोई ठोस नीति नहीं बनी, प्रदेशवासियों की भूमि सुरक्षित करने के लिए अब तक भू कानून भी लागू नहीं हो पाया है। जल-जंगल-जमीन हमारी उत्तराखण्डीयत की सुरक्षा व बेहतरी के लिए आखिर दोनो ही सरकारों द्वारा क्यों आज तक कोई पॉलिसी नहीं बनाई गई है जिसके लिए जनता को सोचना होगा।