@ हल्द्वानी की इस महिला कलाकार की रचनात्मकता को देख रह जायेंगे दंग, कला को देख हर कोई मुरीद….. ★. जिंदगी तो हर कोई काट लेता है, जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए… रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर” हल्द्वानी

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@ हल्द्वानी की इस महिला कलाकार की रचनात्मकता को देख रह जायेंगे दंग, कला को देख हर कोई मुरीद…..

★. जिंदगी तो हर कोई काट लेता है, जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए…

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर” हल्द्वानी

हल्द्वानी।
काम करो ऐसा कि एक पहचान बन जाए, हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाए, यहां जिंदगी तो हर कोई काट लेता है, जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए… हल्द्वानी के कठघरिया क्षेत्र की बजूनिया हल्दू गांव निवासी चंपा पांडे (44) ने संयुक्त परिवार की जिम्मेदारियों के बीच आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है। दीपावली के इंतजार के बीच इन दिनों नारियल पर मां लक्ष्मी का मनभावन मुखौटा बनाकर चंपा पांडे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। चंपा ने पेंटिंग में अपने जुनून और प्रतिभा से यह साबित कर दिखाया है कि एक गृहिणी घर की जिम्मेदारियों को निभाने के साथ- साथ अपने शौक के दम पर सशक्त भी बन सकती है।

★. मायके में भाई और ससुराल में पति ने बढ़ाई हिम्मत ::

चंपा कहती हैं कि ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद उन्होंने पेंटिंग की शुरुआत की। मायके में भाई से प्रेरणा मिली। लेकिन शादी के बाद परिवार की जिम्मेदारियों के बीच शौक को कायम रखना भी चुनौती भरा था। ऐसे में पति मनोज पांडे की हौसलाअफजाई और परिवार के सहयोग से उन्होंने वॉल पेंटिंग और नारियल में मां लक्ष्मी के मुखौटे बनाना शुरू किया। अब तक लोक संस्कृति, धर्म, पर्यावरण समेत तमाम विषयों से जुड़ी दर्जनों वॉल पेंटिंग और मां लक्ष्मी के मुखौटे बना चुकी चंपा की 13 साल की होनहार बेटी अंजनी को भी पेटिंग में महारत हासिल है।

★. बच्चों की खातिर सोशल मीडिया से बनाई दूरी ::

आज के दौर में जहां अधिकतर लोग विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जुड़े रहते हैं, ऐसे में चंपा ने बच्चों की खातिर सोशल मीडिया से दूरी बनाई है। वह कहती हैं कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए वह भी सोशल मीडिया से दूर हो गईं। सही ढंग से प्रचार प्रसार न होने से उनकी कला अधिक लोगों तक नही पहुंच पा रही है। ऐसे में शुभचिंतकों के माध्यम से ही लोग उन तक मां लक्ष्मी के मुखौटों और वॉल पेंटिंग को पाने के लिए पहुंचते हैं। वह कहती हैं कि अगर उनकी बनाई पेंटिंग और मां लक्ष्मी के मुखौटों को बिक्री के लिए उचित मंच मिले तो वह और बेहतर करने के लिए प्रेरित होंगी।
स्थानीय निवासी प्रीति जोशी सुयाल बताती हैं कि एक गृहिणी के लिए अपने शौक और हुनर को जिंदा रखना चुनौती से कम नहीं होता। चंपा पांडे ने यह साबित कर दिया कि अगर ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। उनके हाथों नारियल पर बनी कलाकृति को देखकर ऐसा लगता है मानो मां लक्ष्मी साक्षात प्रकट हो गई हैं। जिसे चंपा के हुनर की जानकारी मिल रही है वह इस दीपावली उनके हाथों बने मां लक्ष्मी के आकर्षक मुखौटे को अपने मंदिर में विराजमान करना चाह रहा है। चंपा हर उस महिला के लिए मिशाल हैं जो अपने हुनर के दम पर परिवार की ताकत बनना चाहती हैं।
अगर कोई दीपावली में नारियल से बने मां लक्ष्मी के मुखौटे लेना चाहता है तो उनसे मोबाइल नंबर 9719761903 पर संपर्क किया जा सकता है।