उत्तराखंड में नारी सशक्तिकरण के लिए अंजू की उत्तराखंड दौड़

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रिपोर्ट (सुनील भारती ) स्टार खबर ( नैनीताल )

 

जहां पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान बड़े ज़ोरो से चलाया जा रहा है , वही किच्छा उत्तराखंड की रहने वाली अंजू राठौर लड़कियों के बीच में एक जागरूकता फैलाने के लिए उत्तराखंड रन कर रही है । उत्तराखंड की बेटी का लक्ष्य 2000 किलोमीटर दौड़ाने का है।अंजू प्रतिदिन 60 किलोमीटर दौड़ रही है । बता दें की आय का कोई साधन नहीं होने के बावजूद वह अपने इस खर्च को स्वयं ही उठा रही हैं। उनको अभी तक कहीं से कोई सहयोग प्राप्त नही हुआ । बचपन से ही एक पैर से कमज़ोर होने के बावजूद भी वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश पूरे देश में देना चाहती हैं। वह इस दौड़ को एक रिकॉर्ड के रूप में बनाना चाहती है ताकि उत्तराखंड की बेटियों में जागरूकता ला सके। इनका संदेश अधिकतर गांव में रहने वाली महिलाओं के लिए है काबिलियत होने के बावजूद भी आगे नहीं बढ़ पाती।दिनभर दौड़ने के बाद अंजू रात में पेट्रोल पंप के पास में रुक जाती हैं जहां पर वह टेंट लगाकर खाना बनाती हैं ,दूसरे दिन फिर से दौड़ती हैं । कठिनाइयों के बावजूद भी वह इस दौड़ को पूरा कर प्रधानमंत्री का संदेश घर-घर पहुंचाना चाहती हैं ,ताकि नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सके , अफसोस की बात यह है कि उत्तराखंड की बेटी के सहयोग के लिए कोई भी जन सेवक सामने नहीं आ रहा है, इनका कहना है वह भाजपा और कांग्रेस के विधायकों से भी संपर्क कर चुकी है लेकिन अभी तक किसी ने उनकी कोई सुध नही ली। इसका मानना है हर मुश्किल के बावजूद वह अपना लक्ष्य पूरा करेंगी।